स्वामी विवेकानंद का व्यक्तित्व इतना प्रभावी है कि उनके द्वारा कही गयी बातें किसी के भी जीवन को सफल बना सकती है उनके विचारो को जरुर पढ़ना चाहिए। स्वामी जी ने पुरे विश्व में हिन्दू धर्म का प्रचार किया और लोगो को हिन्दू होने पर गर्व करने के लिए कहा। उन्होंने एक बार कहा था गर्व से कहो हम हिन्दू है। आध्यात्मिक तथा सांस्कृतिक कार्यो को करने की लगन उनमे बचपन से ही थी वे बचपन से धार्मिक किताबे पढ़ा करते थे और उन्हें उनके गुरु रामकृष्ण परमहंस से काफी शिक्षा तथा धर्म का ज्ञान मिला। युवाओ को प्रेरणा देने के साथ साथ यह उन्हें ऊर्जावान तथा सकारात्मक शक्ति भी प्रदान करते दे इनके पास ज्ञान का भंडार था और असीम बुद्धि के साथ यह धर्म को हमेशा उन्नति का रास्ता मानते थे। आगे इस लेख में आपको स्वामी विवेकानंद के विचार (Swami Vivekananda Quotes in Hindi) पढ़ने को मिल जाएँगे।
स्वामी विवेकानंद के विचार Swami Vivekanand ke Vichar
एक विचार लो और उस विचार को अपनी जिंदगी बना लो,
उसी विचार के बारे में सोचो,
उसी के सपने देखो उसी को जिओ। – स्वामी विवेकानंद
जब तक जीना, तब तक सीखना,
अनुभव ही जगत में सर्वश्रेष्ठ शिक्षक है।
जब तक आप खुद पर विश्वास नहीं करते हैं तब तक आप भगवान पर विश्वास नहीं कर सकते। – स्वामी विवेकानंद
“दिन में आप एक बार स्वयं से बात करें, अन्यथा आप एक
बेहतरीन इंसान से मिलने का मौका चूक जाएंगे।” – स्वामी विवेकानंद
“उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति ना हो जाए।” – स्वामी विवेकानंद
हम जो भी हैं, वैसा हमारे विचारो ने बनाया हैं, इसीलिए अपने विचारो पर कंट्रोल करे। शब्द तो बाद में आते हैं, विचार पहले और दूर तक जाते हैं। – स्वामी विवेकानंद
जीवन का रास्ता स्वयं बना बनाया नहीं मिलता इसे बनाना पड़ता है जिसने जैसा मार्ग बनाया उसे वैसी ही मंजिल मिलती है। – स्वामी विवेकानंद
हमें ऐसी शिक्षा चाहिए,
जिससे चरित्र का निर्माण हो,
मन की शक्ति बड़े,
बुद्धि का विकास हो
और मनुष्य अपने पैरों पर खड़ा हो सके। – स्वामी विवेकानंद
यह कभी मत कहो कि ‘मैं नहीं कर सकता’, क्योंकि आप अनंत हैं। आप कुछ भी कर सकते हैं। – स्वामी विवेकानंद
हम वो हैं जो हमें हमारी सोच ने बनाया है,
इसलिए इस बात का ध्यान रखिए कि आप क्या सोचते हैं। – स्वामी विवेकानंद
“सोच भले ही नयी रखो मगर संस्कार हमेशा पुराने होने चहिये।” – स्वामी विवेकानंद
स्वामी विवेकानंद के सफलता पर अनमोल वचन
“तुम्हें भीतर से जागना होगा कोई तुम्हें सच्चा ज्ञान नहीं दे सकता। तुम्हारी आत्मा से बड़ा कोई शिक्षक नहीं है।” – स्वामी विवेकानंद
कोई भी आपको आध्यात्मिक नहीं बना सकता है। कोई अन्य शिक्षक नहीं बल्कि आपकी अपनी आत्मा आपको सीखा सकती हैं।
एक नायक बनो और सदैव खुद से कहो मुझे कोई डर नहीं है जैसा मैं सोच सकता हूं वैसा जीवन में जी भी सकता हूँ। – स्वामी विवेकानंद
जिस समय जिस काम के लिए प्रतिज्ञा करो,
ठीक उसी समय पर उसे करना ही चाहिए,
नहीं तो लोगों का विश्वास उठ जाता है। – स्वामी विवेकानंद
यह कभी मत कहों कि ‘मैं नहीं कर सकता’, क्योंकि आप अनंत हैं। – स्वामी विवेकानंद
एक रास्ता खोजो।
उस पर विचार करो।
उस विचार को अपना जीवन बना लो।
उसके बारे में सोचो।
उसका सपना देखो, उस विचार पर जियो।
मस्तिष्क, मांसपेशियों, नसों, आपके शरीर के प्रत्येक भाग को उस विचार से भर दो।
और किसी अन्य विचार को जगह मत दो। सफलता का यही रास्ता है। – स्वामी विवेकानंद
आज्ञा देने की क्षमता प्राप्त करने से पहले प्रत्येक
व्यक्ति की आज्ञा का पालन करना सीखना चाहिए। – स्वामी विवेकानंद
अच्छे चरित्र का निर्माण हजार बार ठोकर खाने के बाद होता है।” – स्वामी विवेकानंद
जिस क्षण मैंने ईश्वर को हर इंसान में बैठे महसूस किया है, उसी क्षण से में हर इंसान के सामने सम्मान से खड़ा होता हूँ और उनमे ईश्वर को देखता हूँ – उस पल से मैं बंधन से मुक्त हूं, जो कुछ भी बंधन हैं टूट चुके हैं, और मैं मुक्त हूं। – स्वामी विवेकानंद
कभी यह मत सोचिए कि आत्मा के लिए कुछ भी करना असंभव है। खुद को निर्बल मानना ही सबसे बड़ा पाप है याद रखिए की आत्मा के लिए इस दुनिया में सब कुछ पाना संभव है। – स्वामी विवेकानंद
जब तक लाखों लोग भूखे और अज्ञानी है,
तब तक मैं उस प्रत्येक व्यक्ति को गद्दार मानता हूँ,
जो उनके बल पर शिक्षित हुआ
और अब वह उसकी ओर ध्यान नहीं देता।
Swami Vivekananda motivational Quotes
आप जोखिम लेने से भयभीत न हो,
यदि आप जीतते हैं, तो आप नेतृत्व करते है, और यदि हारते है ,
तो आप दुसरो का मार्दर्शन कर सकते हैं। – स्वामी विवेकानंद
किसी मकसद के लिए खड़े हों तो एक पेड़ की तरह,
गिरो तो एक बीज की तरह। ताकि दुबारा उगकर
उसी मकसद के लिए जंग कर सको। – स्वामी विवेकानंद
जितना कठिन संघर्ष होगा जीत उतनी ही शानदार होगी। – स्वामी विवेकानंद
किसी को भी निंदा न करें: यदि आप मदद के लिए हाथ बढ़ा सकते हैं, तो ऐसा करें। यदि आप नहीं कर सकते हैं, तो अपने हाथों को फोल्ड करें, अपने भाइयों को आशीर्वाद दें, और उन्हें अपना रास्ता तय करने दें। – स्वामी विवेकानंद
लगातार अच्छे विचार सोचते रहना ही बुरे विचारों को दबाने का एकमात्र तरीका यही है। – स्वामी विवेकानंद
एक मूर्ख जीनियस बन सकता है,
यदि वह समझता है कि वह मूर्ख है,
लेकिन एक जीनियस मूर्ख बन सकता है,
यदि वह समझता है कि वह जीनियस है। – स्वामी विवेकानंद
शक्ति जीवन है तो निर्बलता मृत्यु है।
विस्तार जीवन है तो संकुचन मृत्यु है।
प्रेम जीवन है तो द्वेष मृत्यु है।
जो तुम सोचोगे हो वो हो जाओगे।
यदि तुम खुद को कमजोर सोचते हो,
तुम कमजोर हो जाओगे, अगर खुद को
ताकतवर सोचते हो, तुम ताकतवर हो जाओगे। – स्वामी विवेकानंद
अगर आप किसी काम को करने पर दूसरों का उदाहरण देते हैं तो अभी आप सफलता से बहुत दूर है। – स्वामी विवेकानंद
कभी नहीं सोचना कि आत्मा के लिए कुछ भी असंभव है। ऐसा वाला सबसे बड़ा पाखंडी है। यदि पाप है, तो यह एकमात्र पाप है कि आप कमज़ोर हैं, या अन्य कमज़ोर हैं। – स्वामी विवेकानंद
खड़े हो जाओ हिम्मत वाले बनो सब जवाबदारीयां अपने सर ओढ़ लो और याद रखो अपने नसीब के रचयिता आप खुद हो। – स्वामी विवेकानंद
विचार इंसान को महान बनाते हैं,
और विचार ही इंसान को नीचे गिराते हैं। – स्वामी विवेकानंद
अपने आप को विस्तार आपको अपने अंदर से करना होगा।
तुम्हें कोई नहीं सिखा सकता, कोई तुम्हें आध्यात्मिक नहीं बना सकता।
कोई दूसरा शिक्षक नहीं है बल्कि आपकी अपनी आत्मा है। – स्वामी विवेकानंद
सबसे बड़ा धर्म है अपने स्वभाव के प्रति सच्चे होना। – स्वामी विवेकानंद
जैसा तुम सोचोगे, वैसा ही बन जाओगे। खुद को निर्बल मानोगे तो निर्बल और सबल मानोगे तो सबल बन जाओगे। – स्वामी विवेकानंद
जितना अधिक हम बाहर जाते हैं और दूसरों के लिए अच्छा करते हैं, उतना ही हमारा दिल शुद्ध हो जाएंगा, और भगवान उसमें प्रसन्न होंगे।
उठो मेरे शेरो, इस भ्रम को मिटा दो कि तुम निर्बल हो, तुम एक अमर आत्मा हो, स्वच्छंद जीव हो, धन्य हो, सनातन हो, तुम तत्व नहीं हो, ना ही शरीर हो, तत्व तुम्हारा सेवक है तुम तत्व के सेवक नहीं हो। – स्वामी विवेकानंद
पहले हर अच्छी बात का मजाक बनता है,
फिर विरोध होता है,
और फिर उसे स्वीकार कर लिया जाता है। – स्वामी विवेकानंद
यदि हम ईश्वर को अपने हृदय में और प्रत्येक जीवित प्राणी में नहीं देख सकते, तो हम खोजने कहां जा सकते हैं। – स्वामी विवेकानंद
समय का पाबंद होना, लोगों पर आपके विश्वास को बढ़ाता है – स्वामी विवेकानंद
अपने जीवन में जोखिम उठाएं। यदि आप जीतते हैं तो आप नेतृत्व कर सकते हैं, यदि आप हार जाते हैं तो दूसरों को रास्ता दिखा सकते हैं। – स्वामी विवेकानंद
जब एक विचार विशेष रूप से दिमाग पर कब्जा करता है, तो यह वास्तव में शारीरिक या मानसिक से रूप से दिखने लग जाता है। – स्वामी विवेकानंद
जिस तरह से विभिन्न स्रोतों से उत्पन्न धाराएँ अपना जल समुद्र में मिला देती हैं, उसी प्रकार मनुष्य द्वारा चुना हर मार्ग, चाहे अच्छा हो या बुरा भगवान तक जाता है। – स्वामी विवेकानंद
स्वामी विवेकानंद बच्चों को दंडित करने में विश्वास नहीं रखते थे।
मैं कभी कोई ऐसा काम नहीं करूंगा
जिससे किसी बच्चे के मन में भय पैदा हो जाए। – स्वामी विवेकानंद
जो किस्मत पर भरोसा करते हैं वो कायर हैं, जो अपनी किस्मत खुद बनाते हैं वो मज़बूत हैं। – स्वामी विवेकानंद
एक नायक बनो, और सदैव कहो “मुझे कोई डर नहीं है। – स्वामी विवेकानंद
हम जो बोते हैं, वो काटते हैं। हम स्वयं अपने भाग्य के निर्माता हैं। – स्वामी विवेकानंद
धन्य हैं वो लोग जिनके शरीर दूसरों की सेवा करने में नष्ट हो जाते हैं. – स्वामी विवेकानंद
जिस प्रकार केवल एक ही बीज
पूरे जंगल को पुनर्जीवित करने के लिए पर्याप्त है,
उसी प्रकार एक ही मनुष्य विश्व में क्रांतिकारी
बदलाव लाने के लिए पर्याप्त है।
दुनिया एक महान व्यायामशाला है जहां हम खुद को मजबूत बनाने के लिए आते हैं।
स्वामी विवेकानंद के उद्धरण
स्वतंत्र होने का साहस करो। जहाँ तक तुम्हारे विचार जाते हैं
वहां तक जाने का साहस करो, और उन्हें अपने जीवन में उतारने का साहस करो। – स्वामी विवेकानंद
सारे उत्तरदायित्व अपने कंधों पर ले लो। याद रखो तुम स्वयं अपने भाग्य के निर्माता हो। सारी शक्ति तुम्हारे अंदर है। – स्वामी विवेकानंद
खुद को कमजोर समझना सबसे बड़ा पाप है। – स्वामी विवेकानंद
अपने में बहुत सी कमियों के बाद भी हम अपने से प्रेम करते हैं,
तो दूसरों में जरा सी कमी से हम उनसे कैसे घृणा कर सकते हैं। – स्वामी विवेकानंद
अनुभव ही आपका सर्वोत्तम शिक्षक है। जब तक जीवन है सीखते रहो। – स्वामी विवेकानंद
जितना बड़ा संघर्ष होगा जीत उतनी ही बड़ी होगी। – स्वामी विवेकानंद
हर काम को तीन अवस्थाओं से गुजरना होता है- उपहास, विरोध और स्वीकृति। – स्वामी विवेकानंद
पवित्रता, धैर्य और दृढ़ता ये तीनों सफलता के लिए परम आवश्यक है। – स्वामी विवेकानंद
आकांक्षा, अज्ञानता, और असमानता यह बंधन की त्रिमूर्तियां हैं। – स्वामी विवेकानंद
मस्तिष्क की शक्तियां सूर्य की किरणों के समान हैं जब वो केन्द्रित होती हैं, चमक उठती हैं। – स्वामी विवेकानंद
अगर धन दूसरों की भलाई करने में मदद करें,
तो इसका कुछ मूल्य है,
अन्यथा ये सिर्फ बुराई का ढेर है,
और इससे जितना जल्दी छुटकारा मिल जाए
उतना बेहतर है। – स्वामी विवेकानंद
जमीन अच्छी है, खाद अच्छा हो,
परंतु पानी अगर खारा हो तो फूल खिलते नहीं,
भाव अच्छे हो, कर्म भी अच्छे हो,
मगर वाणी खराब हो तो संबंध कभी टिकते नहीं। – स्वामी विवेकानंद
पवित्रता, धैर्य और दृढ़ता, यह तीनों सफलता के लिए परम आवश्यक हैं।
अगर हमे कभी अपनी जिंदगी में सफल बनना है,
तो हमे अपने समय पर ध्यान देना होगा। – स्वामी विवेकानंद
अनुभव सर्वश्रेष्ठ गुरु है। हम अक्सर इस का गुणगान करते हैं परंतु असलियत में इसके अर्थ से अनभिज्ञ हैं। – स्वामी विवेकानंद
FAQs
विवेकानंद जी अपने व्यक्तित्व तथा शिकागो भाषण के लिए प्रसिद्ध है।
रामकृष्ण मिशन की स्थापना 1 May 1897 में हुई थी।
कुछ और महत्वपूर्ण लेख –