हिन्दू धर्म में सात्विक भोजन को बड़ा महत्व दिया गया है, माना जाता है कि जो सात्विक भोजन करता है वह हमेशा शारीरिक तथा मानसिक रूप से स्वस्थ रहता है। हिन्दू धर्म में भोजन को तीन भागो में बाटा गया है राजसिक भोजन, तामसिक भोजन और सात्विक भोजन। इन तीनो भोजनों में सात्विक भोजन को सबसे उत्तम माना गया है। आगे इस लेख में आप इन तीनो भोजनों के बारे में जानेंगे साथ ही आपको सात्विक भोजन के 10 फायदे भी पढ़ने को मिलेंगे।
राजसिक भोजन क्या होता है?
राजसिक भोजन में तेल, मसाले आदि उपयोग किये जाते हैं तथा यह दिमाग को उत्तेजित करने का काम करता है। ऐसे भोजन को तैयार करने के लिए कई तरह के मसालों को उपयोग किया जाता है तथा कडवी और सूखी चीजे भी खाना तैयार करने के लिए उपयोग की जाती है। राजसिक भोजन में नमक, प्याज, लहसुन का भी अत्यधिक मात्रा में उपयोग किया जा सकता है।
ज्ञानग्रंथ का WhatsApp Channel ज्वाइन करिये!तामसिक भोजन किसे कहते हैं?
तामसिक भोजन राजसिक भोजन की तरह ही स्वास्थ्य के लिए उचित नहीं है। तामसिक भोजन को बनाने के लिए हर तरह की चीजो का इस्तेमाल किया जा सकता है। जैसे प्याज, लहसुन, मांस, अंडे, शराब आदि। इस भोजन को राक्षसों का भोजन कहा गया है। कुछ लोगों को तामसिक भोजन काफी पसंद होता है और कुछ लोगों का मानना है की यह भोजन स्वास्थ को हानि नहीं पहुचता है पर यह पूर्ण रूप से असत्य है।
सात्विक भोजन क्या होता है?
सात्विक भोजन में तेल, प्याज, लहसुन मसालों का उपयोग नहीं किया जाता है इसमें केवल साबुत अनाज, फल और सब्जियां, दूध, बिना प्याज, लहसुन वाली दाल-सब्जियां आदि का ही उपयोग किया जाता है। सात्विक भोजन करने से कई लाभ होते हैं, यह हमारे शरीर को स्वस्थ रखता है तथा हमें मानसिक रूप से शक्तिशाली बनाता है। आगे आप जानेंगे कि सात्विक भोजन के क्या-क्या फायदे है।
सात्विक भोजन के 10 फायदे
- प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है।
- वजन नियंत्रित करने में।
- मन संतुलित करने में।
- पाचन मजबूत करने में।
- दिल की बीमारियों का खतरा नहीं रहता है।
- त्वचा सम्बन्धित रोगों से रक्षा।
- ऊर्जा रहती है।
- शरीर को डिटॉक्स करता है।
- सकारात्मकता बढती है।
- कई तरह की बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।
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