रात के समय जब हम खुले आसमान में देखते हैं तो हमें टिमटिमाते तारे नजर आते हैं जो हमसे लाखो किलोमीटर दूर स्थित है। यह दिखने में बहुत ही सुंदर तथा चमकीले प्रतीत होते हैं, वास्तविकता में तारे आग का एक पिंड होते हैं जो दिन में भी होते हैं पर हमें सूर्य के प्रकाश के कारण दिखाई नहीं देते हैं। आपको बतादें की सूर्य भी एक तारा है जो हमारे सबसे नजदीक स्थित है। आकाश में अनगिनत तारे मौजूद है जिन तक पहुचना वर्तमान में असम्भव है इन्हें दूरबीन के द्वारा बड़े अच्छे से देखा जा सकता है। पर क्या आप जानते हैं की तारे क्यों टिमटिमाते हैं? अगर नहीं तो इस लेख में इसका उत्तर मिल जाएगा।
तारे क्यों टिमटिमाते हैं
तारो से निकलने वाला प्रकाश जब पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करता है तब उसे विभिन्न अपवर्तनांक वाले वायुमंडल से गुजरना होता है, जिस कारण प्रकाश का अपवर्तन होने लगता है और यह प्रकाश की दिशा के बदलने का मुख्य कारण भी होता है जिस कारण हमें पृथ्वी पर से तारे टिमटिमाते हुए दिखाई पड़ते है।
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