आज इस के लेख में आप तुलसी का औषधीय महत्व जानेंगे।
तुलसी का पौधा बहुत ही लाभकारी होता है, इससे स्वास्थ्य को कई तरह के लाभ मिलते हैं। साथ ही हिन्दू धर्म में इसे देवी की तरह पूजा जाता है। आयुर्वेद में तुलसी को इसके औषधीय लाभों के कारण विशेष महत्व दिया गया है।
तुलसी का पौधा एक झाड़ी रुपी पौधा है, यह पौधा आमतौर पर 1 से 3 फीट की ऊंचाई तक बढ़ता है। इसके पत्ते 1 से 2 इंच लंबे होते हैं, जो सुखद सुगंध छोड़ते हैं और अंडाकार या आयताकार आकार के होते हैं। बीज चपटे अंडाकार होते हैं जिन पर छोटे काले धब्बे होते हैं। इसके नए पौधे बरसात के मौसम में उगते हैं यह पौधा लगभग दो से तीन साल तक हरा रहता है।
भारतीय संस्कृति में पूजनीय और धार्मिक महत्व रखने वाली तुलसी अपने औषधीय गुणों के लिए भी जानी जाती है। तुलसी सर्दी, खांसी, दंत समस्याओं और श्वसन रोगों सहित विभिन्न बीमारियों के लिए उपयोगी मानी जाती है।
तुलसी का औषधीय महत्व
इसमें विटामिन सी, कैल्शियम, जिंक, आयरन और क्लोरोफिल शामिल हैं। इसमें साइट्रिक, टार्टरिक और मैलिक एसिड भी होता है।
तनाव से राहत के लिए
इस समस्या को दूर करने में तुलसी की पत्तियां फायदेमंद पाई गई हैं। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन में दावा किया गया है कि तुलसी के पत्तों में तनाव-रोधी गुण होते हैं जो तनाव से राहत दिलाने में सक्षम होते हैं।
चोट लगने पर
चोट लगने पर तुलसी के पत्तों और फिटकरी का मिश्रण घाव पर लगाने से तुरंत राहत मिलती है। तुलसी में पाया जाने वाला जीवाणुरोधी घटक घाव को संक्रमित होने से रोकता है और उपचार प्रक्रिया में सहायता करता है। इसके अतिरिक्त, तुलसी के पत्तों और तेल का मिश्रण किसी भी जलन को कम करने में मदद करता है
कोर्टिसोल हार्मोन नियंत्रित
तुलसी की चाय का सेवन हमारे शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन की मात्रा को नियंत्रित कर सकता है, जो एक प्रकार का तनाव हार्मोन है। यह न केवल तनाव से काफी राहत दिलाता है बल्कि इसमें एंटीडिप्रेसेंट गुण भी होते हैं जो याददाश्त बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।
सर्दी और फ्लू
तुलसी सर्दी और फ्लू के लिए लाभकारी है, यह इन स्थितियों के लिए उपयोगी है। प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करती है. यह बुखार के लिए भी लाभ प्रदान करता है। तुलसी को पानी में उबालकर उसकी भाप लेना भी सर्दी से राहत दिलाता है। चोट लगने पर तुलसी लाभकारी होती है।
कुछ और महत्वपूर्ण लेख –
- तुलसी में दूध चढ़ाने से क्या होता है?
- एकादशी के दिन तुलसी का पौधा लगाना चाहिए या नहीं
- तुलसी के पास कौन सी पांच चीजें नहीं रखनी चाहिए