प्रश्न – व्यक्तिवाचक संज्ञा किसे कहते हैं?
व्यक्तिवाचक संज्ञा, संज्ञा का एक प्रकार है, व्यक्तिवाचक संज्ञा को समझने से पहले हमे यह जानना होगा कि संज्ञा किसे कहते हैं।
ज्ञानग्रंथ का WhatsApp Channel ज्वाइन करिये!- संज्ञा की परिभाषा
किसी व्यक्ति, स्थान, जाति, गुण, भाव, या क्रिया के नाम को संज्ञा कहा जाता है। व्यक्ति से तात्पर्य है कि किसी व्यक्ति का नाम जैसे राम, विक्रम आदि। स्थान से तात्पर्य है कि किसी स्थान का नाम जैसे इंदौर, उज्जैन, दिल्ली, अमेरिका, मैदान, पठार, रेगिस्तान आदि। गुण का अर्थ है कि जैसे सुन्दरता, कुरूप, दरिद्रता आदि। भाव से तात्पर्य है कि दया, व्यथा, सुख दुःख आदि। क्रिया से तात्पर्य है कि जैसे चलना, भागना, मरना, तैरना आदि। जाति से तात्पर्य है कि जैसे पशु, पक्षी, मानव, राक्षस, देव आदि।
- संज्ञा के प्रकार
संज्ञा के 5 प्रकार होते हैं –
- व्यक्तिवाचक संज्ञा
- जातिवाचक संज्ञा
- समूहवाचक संज्ञा
- द्रव्यवाचक संज्ञा
- भाववाचक संज्ञा
- व्यक्तिवाचक संज्ञा किसे कहते हैं ?
व्यक्तिवाचक संज्ञा उस संज्ञा को कहते हैं जिसमे व्यक्ति, स्थान या वस्तु का बोध होता है। उदाहरण – गुजरात, महाभारत, किताब, राहुल, पर्वत, घोड़ा, हाथी, शेर, स्कूल, घर, गाँव, नदी आदि। अगर व्यक्तिवाचक संज्ञा बहुवचन में है तो यह जातिवाचक संज्ञा कहलाती है। जैसे – जानवर, जयचंदों, मानवो आदि।
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