इस लेख में आप जानेंगे कि यूएसबी क्या है (What is USB in Hindi), यूएसबी का इतिहास, यूएसबी के प्रकार, यूएसबी के लाभ और हानि तथा USB का फुल फॉर्म क्या होता है? तथा यूएसबी का पूरा नाम क्या है?
यूएसबी क्या है? (What is USB in Hindi)
यूएसबी एक तरह का पोर्ट है जो कनेक्शन स्थापित करता है। इसके द्वारा डाटा ट्रान्सफर किया जा सकता है, पॉवर सप्लाई किया जा सकता है। यह दो उपकरणों को आपस में जोड़ सकता है जैसे माउस, कीबोर्ड आदि को CPU से। USB का उपयोग कई उपकरणों में अलग-अलग माध्यम से किया जा सकता है जैसे फोन, कैमरा, स्मार्ट वॉच, फिटनेस, पावर बैक, MP3 प्लेयर, वीडियो गेम्स, ब्लूटूथ स्पीकर आदि में। Plug and Play डिवाइस होने के कारण यह कनेक्ट करने के बाद ही कम करता है। अधिकांश फोन और बाकी गैजेट्स को चार्ज करने के लिए रोज इसकी जरूरत पड़ती है तथा डाटा ट्रान्सफर करने के लिए भी USB का उपयोग किया जाता है। पहले की तरह आप डाटा को अब कागजों में कमतर ही रखा जाता है, जानकारी या डाटा को डिजिटल रूप में ही रखा जाता है।
ज्ञानग्रंथ का WhatsApp Channel ज्वाइन करिये!USB का फुल फॉर्म क्या होता है? (USB Full Form)
USB का फुल फॉर्म Universal Serial Bus ( यूनिवर्सल सीरियल बस ) होता है।
USB का इतिहास
1994 में कई कंपनियों से USB के बारें में विचार किया और 1996 में यूएसबी का वर्जन आया जिसे USB 1.0 से जाना जाता है। कई कंपनियों ने जैसे Microsoft, Intel, IBM, Compaq, DEC, NEC और Nortel आदि इस USB को लोगों तक पहुचाया। माना जाता है कि अजय भट्ट जी ने USB का अविष्कार किया था।
यूएसबी Port क्या होता है?
यूएसबी Port वह जगह है जहाँ USB को लगाया जाता है। आसान भाषा में कहे तो उपकरण का वह स्थान जहाँ USB को Insert किया जाता है। हर Device में अलग-अलग संख्या में यूएसबी पोर्ट होते है। आमतौर पर एक CPU में 8 यूएसबी Port होते हैं।
USB Versions
जैसे जैसे हम आधुनिक होते जा रहें है पुराने उपकरणों को भी Update करते रहते हैं, उसी प्रकार USB के भी कई वर्शन आ चुके हैं जो समय के साथ अपडेट होते रहे हैं। सबसे पहला USB Version 1996 में आया था जो आज की तुलना में काफी धीमा था।
USB 1.0
सबसे पहला USB 1996 में आया था, इसे USB 1.0 कहा जाता है। शुरुआत के दिनों में USB की स्पीड कम हुआ करती थी। USB 1.0 की स्पीड मात्र 1.5 Mbps ही थी। पर उस समय ज्यादा स्पीड की आवश्यकता भी नहीं थी इसी लिए इस्ति स्पीड से काम चल जाया करता था।
USB 1.1
USB 1.1 बाज़ार में सन 1998 में आ गया था, USB 1.1 इसके पिछले वर्शन से काफी ज्यादा फ़ास्ट था। इसकी डाटा ट्रान्सफर करने की गति 12 Mbps थी, जो पिछली USB से काफी ज्यादा तेज थी। दुनिया आधुनिक होती जा रही थी इस्तिनी स्पीड भी आगर चल कर कम लगने लगी थी।
USB 2.0
USB 2.0 अपनी तेज स्पीड के कारण काफी लोकप्रिय रही थी। यह USB सन 2000 में बाज़ार में आई थी जो अपनी high Speed के कारण जानी जाने लगी। इस USB 2.0 की स्पीड 480 Mbps थी।
USB 3.0
2008 में यूएसबी का नया वर्जन USB 3.0 आया, इस एमी तक कंप्यूटर और इन्टरनेट का उपयोग काफी बड़ चूका था। इस USB की स्पीड 5 Gbps थी तथा इसे Superspeed USB के नाम से जाना जाने लगा था। इसे USB 3.1 Gen 1 और उसके बाद 3.2 Gen 1x 1 नाम से जाना जाता था।
USB 3.1
USB 3.1 की स्पीड 10 Gbps है जो आज के समय में उपयोग की जा रही है। यह 2013 में बाज़ार में आई थी तथा इसे तथा इसे SB 3.1 Gen 2 और 3.2 Gen 2×1 के नाम से जाना जाता है।
USB 3.2
20 Gbps की स्पीड देने वाली USB 3.2 Superspeed के नाम से जानी जाती है, साथ ही इसे USB 3.2 Gen 1×2 और 3.2 Gen 2×2 के नाम से भी जाना जाता है। USB 3.2 काफी तेजी से डाटा ट्रान्सफर करती है और आज के समय में सबसे ज्यादा उपयोग की जा रही है।
USB 4
2019 में आई यह USB अब तक का सबसे Fastest वर्जन है। यह 40 Gbps तक की स्पीड प्रदान करती है। इसे Thunderbolt के नाम से पहचाना जा रहा है। यह अब तक की सबसे तेज USB है जो बाज़ार में मौजूद है।
USB Connectors क्या है?
जिस तरह USB Versions होते हैं उसी तरह USB Connectors पर इनका आपस में कोई सम्बन्ध नहीं है। USB Versions स्पीड से सम्बन्धित होते हैं तथा USB Connectors इसके प्रकार के रूप में होते हैं, जैसे की मोबाइल के अलग-अलग तरह के चार्जर होते हैं।
यूएसबी के 3 प्रकार (Types of USB)
USB Type A
यह USB Cable के एक तरफ होता है जो अधिकतर Cable में पाया जाता है। आप इसे keyboards, mouse में देख सकते हैं। यह केबल को adapters से भी जोड़ता हैं। डाटा ट्रान्सफर करने वाली USB में भी यही टाइप होता है। लैपटॉप, कम्प्यूटर, Mobile Charger, Pendrive आदि में यूएसबी Type A आसानी से देखने को मिल जाता है।
Type-A Mini
Type-A Mini का उपयोग शुरुआत से ही कम किया जाता आ रहा है और अब तो यह एक तरह से विलुप्त ही हो गये हैं। Type-A की तरह ही देखने वाले यह USB आकार में छोटी है।
Type-A Micro
यह भी Type-A Mini की तरह बाज़ार से विलुप्त हो गये हैं, यह बहुत ही कम दिखाई देने वाले USB है, इस तरह की USB अब नये तोर पर निर्मित नहीं की जा रही है।
USB Type B
Printers में इस तरह की USB का प्रयोग किया जाता है। याक बहुत ही कम इस्तेमाल की जाने वाली USB है पर बाज़ार में मोजूद है। आकार में काफी छोटी और वर्गाकार यूएसबी USB Type B होती है।
Type-B Mini
USB Type-B Mini पुराने Phones में खूब देखने को मिलता था। लेकिन आजकल इसका इस्तेमाल काफी कम हो गया है। यानि कि अब यह बहुत ही मुश्किल से देखने को मिलता है। Type-B Mini कुछ ऐसा दिखता है:-
Type B Micro
Type B Micro आपको Camera, और Power Bank, Smart Watch, कई Gadget में देखने को मिल जाती है। यह बहुत ज्यादा उपयोग की जाने वाली USB है। वर्तमान में USB Type C का इस्तेमाल बड़ा है पर फिर भी यह अधिक उपयोग की जाने वाली USB है।
USB Type C
2013 से USB Type C की शुरुआत हुई थी। बाज़ार में इस USB को चलन काफी बड़ा है और आने वाले समय में हर Device में Type-C Port ही होगा मानना है। नये Smartphones तथा Laptops में यही USB उपयोग की जाती है।
Lightning Connector
Apple कंपनी के प्रोडक्ट में Lightning Connector का उपयोग किया जाता है। Apple कंपनी के प्रोडक्ट जैसे – iPhones, iPads और iPods आदि में यदि USB होती है। इसे USB के तौर पर नहीं देखा जा सकता है क्योकि केवल एक कंपनी ही इसका उपयोग करती है।
उम्मीद है आपको हमारा यह लेख उपयोगी लगा होगा। हमने इस लेख यूएसबी क्या है? में USB से जुड़ी काफी महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की है। यदि आप चाहे तो इस महत्वपूर्ण जानकारी को शेयर भी कर सकते हैं। इस तरह के लेख पढ़ने के लिए हमारी इस वेबसाइट का उपयोग कर सकते हैं।
यूएसबी से लाभ (Advantage)
- इसका प्रयोग काफी आसान है।
- इसे आसानी से जोड़ा और निकला जा सकता है।
- डाटा ट्रान्सफर करने के लिए उपयोग की जाने वाली सबसे सरलतम तकनीक है।
- यह Portable होती है इसे एक स्थान से दुसरे स्थान पर आसानी से ले जाया जा सकता है।
- छोटे आकार के कारण रख रखाव में कोई दिक्कत नहीं होती है।
- Use करने में ज्यादा पॉवर नहीं लगती है।
यूएसबी से हानि (Disadvantage)
- कम लम्बाई या आकर के कारण समस्या आ सकती है।
- छोटी होने के कारण खोने का डर बना रखता है।
- Virus आदि के फैलने का खतरा रहता है।
FAQs
यह एक उपकरण है जो जो विभिन्न Devices के बीच Connection स्थापित करता है जिसके द्वारा Power व Data Transfer हो पाता है।
यह एक प्रकार का कनेक्टर है जो बाहरी उपकरणों को पावर प्रदान करने में सहायता देता है तथा DATA ट्रान्सफर में भी मदद करता है।
USB का फुल फॉर्म यूनिवर्सल सीरियल बस है।
डाटा को संग्रहित करने व सजह करने के लिए पेनड्राइव की जरूरत होती है।
मोबाइल चार्जर 3 प्रकार के होते हैं।
कुछ और महत्वपूर्ण लेख –