बोर्नविटा (Bournvita) का नाम तो लगभग हर किसी ने सुना हुआ है यह काफी पुराना प्रोडक्ट है जो केडबरी कंपनी का है। बोर्नविटा एक पाउडर है जिसे दूध में मिला कर बच्चो को दिया जाता है यह बहुत से फ्लेवर में आता है पर खास कर चॉकलेट फ्लेवर बच्चो को बहुत पसंद आता है। दूध हर बच्चे को पसंद नहीं होता है और बच्चे उसे पिने से कतराते है पर अगर आप दूध के साथ बोर्नविटा मिला कर उसे देंगे तो शायद ही आपका बच्चा उस दूध को नकारे। दूध के स्वाद को बढ़ाने के साथ साथ बोर्नविटा शरीर को जरुरी पोषक तत्व भी प्रदान करता है। जिससे की उसे पिने वाले बच्चे हर समय ऊर्जावान रहते है और उनके शरीर को आवश्यक पोषक तत्व, प्रोटीन , विटामिन , मिनरल्स भी मिल जाते है।
शरीर को विटामिन कैल्शियम इनकी बहुत जरूरत होती है क्योकि इनके बिना हमारा शरीर मजबूत और स्वस्थ नहीं रह सकता है। वैसे तो दूध में सम्पूर्ण पोषक तत्व होते है पर बोर्नविटा इनकी मात्रा में वृद्धि कर देता है साथ ही दूध का स्वाद भी बड़ा देता है। और आगे हम जानेंगे की बोर्नविटा कितने साल के बच्चों को देना चाहिए ? बोर्नविटा से क्या क्या फायदे होते है आदि।
बोर्नविटा कितने साल के बच्चों को देना चाहिए
वैसे तो हर उम्र का व्यक्ति बोर्नविटा ले सकता है पर अगर हम एक्सपर्ट्स की राय माने तो बच्चे को 2 साल के हो जाने तक बोर्नविटा देना चाहिए । बचपन में शरीर को सही मात्रा में पोषक तत्व मिलना बहुत जरुरी है वरना आगे चल कर या कुछ ही समय में उसके शरीर में कमजोरी जैसे लक्षण दिखाई देने लगेंगे। एक स्वस्थ शरीर ही सबसे बड़ी पूंजी होता है। और खास आकर अगर वो एक बढ़ते हुए बच्चे का शरीर है तो उससे तो कभी भी समझौता नहीं करना चाहिए।
बॉर्नविटा से क्या लाभ है?
बॉर्नविटा से शरीर को काफी लाभ होता है इससे आपके शरीर को आवश्यक पोषक तत्व मिल जाते है जो एक स्वस्थ शरीर के लिए बहुत जरूरी है। तो आइये जानते है और बॉर्नविटा के फायदे :
हड्डियों के लिए फायदेमंद
बॉर्नविटा में प्रचुर मात्रा में कैल्शियम होता है जो हड्डियों को मजबूत करता है। रोज दूध के साथ बॉर्नविटा लेने से हड्डिया काफी मजबूत हो जाती है। शरीर में हड्डियों का बहुत ही महत्व होता है अगर बचपन से ही उन्हें सही मात्रा में कैल्शियम दिया जाए तो आगे जा कर मजबूत रहती है। बच्चो की आदत होती है मस्ती करने की इसलिए उनकी हड्डियों का ध्यान रखना बहुत जरुरी है । अगर हड्डी कमजोर होगी तो आसानी से टूट जाएगी पर अगर उसे सही मात्रा में कैल्सियम मिलेगा तो वह मजबूत रहेगी।
मसल्स मजबूत करता है
मसल्स को मजबूत बनाने के लिए प्रोटीन की जरूरत होती है। बच्चो को अगर बॉर्नविटा दिया जाए तो उनके मसल्स मजबूर रहते है और वो खुद को ऊर्जावान महसूस करते है। मसल्स अगर उर्जावान रहेंगे तो बच्चे बड़े अच्छे से अपने काम को कर सकेंगे जल्दी थकेंगे नही और अगर कोई ऐसा काम करना पडा जिसमे बहुत ताकात लगती है तो उससे करने में हिचकिचाएँगे नही । मसल्स में अगर ताकत होतो बच्चो का दुर्घटनाग्रस्त होने की सम्भावना भी कम होती है ।
दिमाग के लिए फायदेमंद
बॉर्नविटा में बहुत से विटामिन्स और मिनरल्स होते है जो शरीर के साथ साथ बच्चो के दिमाग को भी फायदा पहुंचते है। बॉर्नविटा से बच्चो की मानसिक शक्ति में विकास होता है वो बुद्धिमान बनते है जिससे से की उन्हें पढ़ाई और काफी मानसिक कार्यो में फायदा होता है। आज कल बच्चो को बचपन से मानसिक रूप से मजबूत करने की दोड़ है जिसमे आपका बच्चा हार ना जाए इसलिए उसे बॉर्नविटा देना चाहिए ताकि वो दिमागी रूप से मजबूत हो ।
शरीर की इम्युनिटी बढ़ती हैं
शरीर को अगर जरुरी पोषक तत्व सही मात्रा में ना मिले तो शरीर की इम्युनिटी कमजोर हो जाती है और शरीर आसानी से बीमारियों की चपेट में आ जाता है, अगर आपका बच्चा प्रतिदिन बॉर्नविटा लेता है तो उसकी इम्युनिटी कमजोर नहीं होगी और वो बार बार बीमार नहीं होगा। प्रदुषण और बिगड़े वातावरण के कारण आज कल बहुत सी बीमारिया बच्ची को जकड़ रही है इसलिए बच्चे की इम्युनिटी का मजबूत होना बहुत जरुरी है ।
स्वाद में बेहतरीन
बहुत से लोगो को दूध का स्वाद पसंद नहीं होता है तो उनके लिए बॉर्नविटा एक अच्छा विकल्प है जिससे की दूध का स्वाद काफी अच्छा होजाता है और दूध भी शरीर को प्राप्त हो जाता है जिससे की दूध में उपस्तिथ पोषक तत्व भी शरीर को मिल जाते है।
बॉर्नविटा के नुकसान
- बॉर्नविटा में सुगर होती है जिससे की डायबिटीज होने का खतरा रहता है वैसे इसके चांस बहुत कम होते है की आपके बच्चे को डायबिटीज़ हो जाए पर अगर आप वयस्क है और आपको पहले से ही डायबिटीज़ की समस्या है तो आपको बोर्नविटा लेने से बचना चाहिए।
- बच्चे बोर्नविटा के आदि हो जाते और जब घर पर बोर्नविटा नहीं होता है तब वे दूध नहीं पीते है जो बिलकुल भी अच्छी बात नहीं है। इसके लिए कभी कभी बच्चो को बिना बोर्नविटा का दूध भी देना चाहिए।
- केवल सुबह बोर्नविटा देना ही पर्याप्त नहीं होता है दिन में भी फल और पौष्टिक आहार का सेवन करना भी जरुरी है क्योकि बोर्नविटा आपको कुछ पोषक तत्व ही देता है जो पूरी तरह से परिपूर्ण नहीं होते है।
बोर्नविटा को उपयोग करने का तरीका
एक ग्लास दूध को गर्म करते समय उसमे आवश्यकतानुसार शक़्कर मिलाने के बाद 2 स्पून बोर्नविटा मिलाले यही सही तरीका के बोर्नविटा के उपयोग का। बोर्नविटा की एक निश्चित तिथि होती है उसके बाद वो उपयोग के लायक नहीं रहता है तो बोर्नविटा के उपयोग से पहले उसकी एक्सपायरी डेट जरूर चेक कर ले।
FAQs
बॉर्नविटा पिने से बच्चे को जरुरी पोषण मिलता है एवं यह उसके शारीरिक व मानसिक विकास में सहायक होता है।
बच्चों को बॉर्नविटा दूध में मिलाकर पिलाया जाता है। दूध में चीनी मिलकर बॉर्नविटा बच्चों को दिया जाता है। इसके सेवन का तरीका ऊपर दिया गया है।
एक्सपर्ट्स की राय माने तो बच्चे को 2 साल के हो जाने तक बोर्नविटा देना चाहिए ।
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