इस आर्टिकल में आपको जानने को मिलेगा कि डीएनए का संश्लेषण किस अवस्था में होता है?
डीएनए का संश्लेषण किस अवस्था में होता है?
डीएनए जिसका फुलफोर्म डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड होता है। डीएनए अणुओं का वो समूह है जो वंशानुगत गुणों या आनुवंशिक जानकारी को संतानों तक पहुचने का काम करता है। एक बहुकोशिकीय जीव कि प्रत्येक कोशिका में डीएनए का पूरा सेट मोजूद होता है।
ज्ञानग्रंथ का WhatsApp Channel ज्वाइन करिये!डीएनए का संश्लेषण एक चरण अवस्था में होता है, डीएनए संश्लेषण एक गुणसूत्र पर एक विशिष्ट स्थान से प्रारम्भ होता है इसे मूल कहते है। सबसे पहले एक पुत्री रज्जु एक मूल जनक तंतु पर शुरू होता है फिर दूसरे मूल से विपरीत जनक तंतु पर अंत होता है और प्रत्येक मूल से केवल एक ही तंतु विकसित होता है।
कोर्नबर्ग ने डीएनए को संश्लेषित किया था। इन्होने अक्टूबर 1957 में जर्नल ऑफ़ बायोलॉजिकल केमिस्ट्री में इस काम का वर्णन दो पेपरो में किया था। आर्थर कोर्नबर्ग का जन्म 3 मार्च, 1918 को न्यूयॉर्क में हुआ था। उनके माता-पिता ऑस्ट्रिया के गैलिसिया के यहूदी प्रवासी थे।
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