पृथ्वी के गर्भ में खनिज पदार्थो का भंडार है। इसमें सोना, चांदी, हीरे, लोहा, तांबा, पितल और अनेकों धातुएं मिलती है। इन धातुओं को निकाल कर हम अपने उपयोग अनुसार वस्तुओं का निर्माण करते है। जैसा कि हम जानते है, पृथ्वी से निकलने वाले पदार्थों में सोना एक बहुमूल्य धातु है जो पीले रंग का होता है। पर क्या आप जानते हैं कि सोना काले रंग का भी होता है। आइये जानते है काला सोना किसे कहते हैं – Kala Sona Kise Kahate Hain?
काला सोना किसे कहते हैं?
Kala Sona Kise Kahate Hain: पृथ्वी से निकलने वाले पीले सोने के अलावा एक पदार्थ और है जिसे सोने की संज्ञा दी जाती है वह है कोयला। पेट्रोलियम पदार्थो के साथ निकलने वाला कोयला काले रंग का ठोस पदार्थ होता है। कोयले का निर्माण करोड़ो साल पहले ज्वालामुखी और भूकंप के कारण जो पेड़ पृथ्वी में नीचे दब जाते है, उन्ही के साथ रासायनिक क्रिया होने से कोयला बन जाता है।
ज्ञानग्रंथ का WhatsApp Channel ज्वाइन करिये!सोने की तरह ही कोयले की कीमत भी प्रतिदिन घटती-बढती रहती है। साथ ही लोह-इस्पात जेसे बड़े उद्योगों के लिए कोयला एक महत्वपूर्ण संसाधन है। कोयले का किसी भी देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान है। भारत में पहली बार पश्चिम बंगाल के रानीगंज में सन 1774 में ईस्ट इंडिया कंपनी ने पहली बार कोयले का उत्खनन किया था। आजादी के बाद भारत की जरूरतों को पूरा करने में कोयले की अहम् भूमिका रही। इसलिए इसे काला सोना भी कहा जाता है।
भारत सरकार के कोयला मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार भारत के पास लगभग 319 अरब टन कोयले का भंडार हैं। भारत में कोयला उत्तर प्रदेश, मेघालय, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, तेलंगना, सिक्किमऔर नागालैंड में मिलता हैं।
भारत विश्व के कोयला उत्पादक देशों में तीसरे स्थान पार है। पहले एवं दुसरे स्थान पर क्रमशः अमेरिका व चीन आते है।
खाद्य पदार्थो में अफीम को भी काला कोयला कहा जाता है। इसके अलावा सरसों को भी सोना कहा जाता है।
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