किसी भी व्यक्ति को तुरंत ही गलत नहीं समझना चाहिए हो सकता है वह किसी परिस्थिती में फस गया हो और कुछ गलत कर बैठा हो। कई बार हम किसी को आसानी से गलत समझ लेते हैं और गलतफहमी के कारण एक अच्छा सा रिश्ता टूट जाता है। कई बार हमें हमारे पाने ही गलत समझने लगते हैं जिस बात का हमें बहुत बुरा भी लगता है और मन उदास हो जाता है। आज के इस लेख में हम आपके लिए लाये हैं किसी को गलत समझने से पहले स्टेटस. Quotes, messages. जिन्हें आप आसानी से कॉपी कर शेयर कर सकते हैं और आपके अनुसार उपयोग कर सकते हैं।
किसी को गलत समझने से पहले स्टेटस
किसी को गलत समझने से पहले, उसके हालातो को समझना चाहिए।
हर कोई गलत और मतलबी नहीं होता,
उसके भी कुछ हालत होते हैं जिस कारण वह मिल नहीं पाता
अपनों पर भरोसा रखो और उन्हें वक्त तो,
हो सकता है उनका समय खराब चल रहा हो वह व्यक्ति अच्चा हो।
सब समय का खेल हैं मेरे दोस्त
जो समझ गया वो साथ निभा गया।
प्यार कहो तो दो ढाई लफ्ज़, मानो तो बन्दगी ,
सोचो तो गहरा सागर, डूबो तो ज़िन्दगी ,
करो तो आसान , निभाओ तो मुश्किल ,
बिखरे तो सारा जहाँ ,और सिमटे तो तुम
मैं मोहब्बत करता हूँ तो टूट कर करता हूँ,
ये काम मुझे जरूरत के मुताबिक नहीं आता।
जिंदगी तू मुझे पहचान न पाई लेकिन
लोग कहते हैं कि मैं तेरा नुमाइंदा हूं
कोई जब पूछ बैठेगा ख़ामोशी का सबब तुमसे,
बहुत समझाना चाहोगे मगर समझा ना पाओगे
जिनके लिए हमने
अपनी पूरी दुनिया को त्याग दिया,
आज उन लोगों ने ही हमें भुला दिया।
हमें गलत समझने की गलती मत करना
हम गलत लोग नहीं है,
हर वक्त आपके साथ खड़े हैं
गए कहीं नहीं है।
पैसो के चक्कर में लोग
अपनों को भूल जाते हैं,
ना जानूं क्या मिल जाता है उन्हें
जो सिर्फ खुद में ही खो जाते हैं।
हम तुम्हें भूल कर भी भुला ना पाए,
तुम हमें एक पल में छोड़ गए,
यह कैसी वफा की आपने हमसे
इस दिल को तड़पता छोड़ गए।
तेरी याद में इस दिल को ही है तड़पना,
पर एक याद रखना
मुझे कभी गलत मत समझना।
शादी ब्याह करने की सोच रहा था
तुमने तो नाता ही तोड़ दिया,
ऐसे तड़पाने की सजा देनी थी
फिर बेवजह यह रिश्ता क्यों जोड़ लिया।
यह गलती थी मेरी
जो मैं कर बैठा तुमसे प्यार,
दिल रो रहा है आज
रब जाने कैसी आई है तकरार।
गलतफहमियां मत पाला करो
इससे रिश्ते बिगड़ जाते हैं,
प्रेम और मोहब्बत से बोला करो
जिंदगी में प्यार के रंग छा जाते हैं।
जीते जी हर कोई सताता है,
मरने पर वफादारी के गुण बताता है,
सच्ची मोहब्बत कर लो किसी से
तो यह मनुष्य बेवजह सजा सुनाता है।
अच्छे बुरे आदमी की परख होती
तो तू ना देती आज मुझे यह सजा,
इश्क करने की ऐसी क्या गलती थी
जो हम रोएं और तुम करो मजा।
इस कदर मत भूलो हमें
कभी पूछ लिया करो हालचाल,
हम भी दोस्त हैं आपके
हमें भी समझ लो कमाल।
मैं थोड़ा खामोश क्या हुआ
लोग मुझसे दूर हो गए,
सारे रिश्ते नाते तोड़ दिए
लोग भूलने पर मजबूर हो गए।
अपना काम पूरा हुआ
लोग बदल लेते हैं अपना सफर,
एक-दूसरे को भूल जाते हैं
दिल पर रखकर पत्थर।
ऐसे भी कहां खोए हो
जो ना कर पाते हो हमें कभी भी याद,
आपके साथ जीवन बिताने का था लक्ष्य
हमें छोड़कर पूरी करने लगे हो अपनी फरियाद।
जो लोग तन्हाईयो में जिया करते हैं,
वो लोग दूसरों की मदद कर दिया करते हैं।
हम लबों से कह न पाए उनसे हाल-ए-दिल कभी
और वो समझे नहीं ये ख़ामोशी क्या चीज़ है
आज तुने येह बात भी सच करके दिखा दि
क्यों हम भरोसा करें गैरों पर,
जबकि हमें चलना है अपने ही पैरों पर
कभी टूटा नहीं दिल से तेरी याद का रिश्ता,
गुफ्तगू हो न हो ख्याल तेरा ही रहता है
जिनके हौसले बुलंद होते है,
और जो मजिंलो को हासिल करने की चाहत रखते,
वो गहरे समुंदर पर भी पथरो के पुल बना देते है
हम इस जहां में मिले न मिले गम नहीं
रूह तो रूह से मिल गई फिर मिलेंगे उस जहां में कहीं
अपने ही होते है जो दिल पर वार करते है !
गैरों को क्या खबर दिल किस बात पर दुखता है
बस गई है मेरे अहसास में ये कैसी महक
कोई ख़ुशबू मैं लगाऊं, तेरी ख़ुशबू आए।
वो शाख है न फूल, अगर तितलियां न हों
वो घर भी कोई घर है जहां बच्चियां न हों
नाराज़गी भी बहुत ज़रूरी है..
कोई हमें मनाने वाला भी है.. पता चल जाता है
ऐसा वादा न करना जो निभा न सको उस से दिल मत लगाना जिसे अपना बना न सको
दोस्ती सब से करना मगर उस एक को खुश रखना जिसके बिना आप मुस्कुरा न सको
मत समझ कि कुछ नही है पास मेरे तुझे देने को,
शायर हूँ नाम तेरे कुछ तो लिख ही जाऊगाँ
नफरत भी हम हैसियत देख कर करते हैं,
प्यार तो बहुत दूर की बात है।
जिंदगी की सारी मुश्किलों से लड़ने के लिए एक चीज चाहिए,
और मुझे हर हाल में तू और सिर्फ तू चाहिए
हम दोनों की बेवकूफी से रिश्ता ख़राब हो गया,
अब दोनों एक दूसरे से दूर होके बेचैन रहने लगे हैं।
भूलें है रफ्ता रफ्ता उन्हे मुद्दतों में हम
किश्तों में खुदखुशी का मजा कोई हमसे पूछे
लहरों का शांत देखकर ये मत समझना,की समंदर में रवानी नहीं है,
जब भी उठेंगे तूफ़ान बनकर उठेंगे,अभी उठने की ठानी नहीं है
दिल का रिश्ता है हमारा दिल के कोने में नाम है तुम्हारा
हर याद मैं है चेहरा तुम्हारा हम साथ नहीं तो क्या हुआ
ज़िन्दगी भर प्यार निभाने का वादा है हमारा
बहुत सी बातें सोच रखी थी तुम्हें बताने को….
पर मुद्दतों बाद जब बात हुई…. तुमने तो हाल भी न पूछा
हर आदमी अब शक के घेरे में है,
इंसानियत का वजूद अब अँधेरे में है।
इंसान ख्वाइशों से बंधा हुआ एक जिद्दी परिंदा है,
उम्मीदों से ही घायल है.उम्मीदों पर ही जिंदा है
समंदर बहा देने का जिगर तो रखते हैं लेकिन,
हमें आशिक़ी की नुमाइश की आदत नहीं है दोस्त।
जीवन हमें हमेशा दूसरा मौका जरूर देता है,
जिसे कल कहते हैं
कितना प्यार करता है वो मुझसे
मेरी गलत बात भी बढे प्यार से मान लेता है
सुना है इश्क समुंदर की तरह गहरा होता है।
न जाने हम कब उसमें गोते लगायेंगे।
हादसे कुछ ऐसे हो गये, मेरे साथ
मेरे हाल ,समुँदर से भी गहरे हो गये
टूटे मक़ान वाला हूँ दिल में ताजमहल रखता हूँ,
बात गहरी मगर अल्फ़ाज़ सरल रखता हूँ।
रगों में ज़हर-ए-ख़ामोशी उतरने से ज़रा पहले
बहुत तड़पी कोई आवाज़ मरने से ज़रा पहले
एहसास के दामन मे कभी आँसू गिरा के देखो,
इश्क़ कितना सच्चा हे कभी आज़मा कर देखो.
मोहब्बत को भूल कर क्या होगी दिल की हालत,
कभी कोई आईने को ज़मीन पर गिरा कर देखो
चुपके से गुजार देंगे जिंदगी नाम तेरे,
लोगों को फिर बताएंगे प्यार ऐसे भी होता है
थक गया हूँ तेरी नौकरी से ऐ जिन्दगी
मुनासिब होगा मेरा हिसाब कर दे
बुरी आदतें अगर वक़्त पे ना बदलीं जायें तो,
वो आदतें आपका वक़्त बदल देती हैं
तुम मेरे हो जाओ ऐसी जिद नही करूंगा.*
*मैं तुम्हारा हो चुका हूं ये हक से कहूंगा
जमीं पर आओ फिर देखो हमारी अहमियत,
बुलंदी से कभी जर्रों का अंदाज़ा नहीं होता।
मिल ही जाएगी मंजिल भटकते भटकते
गुमराह तो वो हैं जो घर से निकले ही नही
पैसो के चक्कर में लोग
अपनों को भूल जाते हैं,
ना जानूं क्या मिल जाता है उन्हें
जो सिर्फ खुद में ही खो जाते हैं।
यह गलती थी मेरी
जो मैं कर बैठा तुमसे प्यार,
दिल रो रहा है आज
रब जाने कैसी आई है तकरार।
बिना गलती के यह जिंदगी
मुझे सजा दिए जा रही है
पर गलती क्या है
यह चिंता मुझे जताई जा रही है।
चलो हम गलत थे
इस बात को मान लिया,
अब तो हमें माफ कर दो
बताओ हमने क्या बिगाड़ दिया।
कई बार गलत फैसले भी
जिंदगी के सही रास्ते दिखा देते हैं,
मुझे गलत मत समझना मेरे यारों
कई बार हम सब गलती कर जाते हैं।
अच्छे बुरे आदमी की परख होती
तो तू ना देती आज मुझे यह सजा,
इश्क करने की ऐसी क्या गलती थी
जो हम रोएं और तुम करो मजा।
बिना गलती के भी तुम्हारा दिल
मुझे गलत कह देता है,
यह मेरा हौसला ही है
जो हर सजा को सह लेता है।
माफी दे दो हमें
अपने दिल में रख दो,
प्यार की भाषा अपना लो
मुझे गलत मत समझो।
दोस्तों मेरा इरादा गलत नहीं था
अनजाने में गलती हो गई,
अब तो माफ कर दो मुझे
यह मेरी आप सब से विनती हो गई।
लोग कहते हैं
खुद-ब-खुद मिल जाते हैं दिल
ना पूछी जाती किसी की रजा,
गुनाह बन गया इश्क हमारे लिए
रो रो कर दिल भुगत रहा है सजा।
जीते जी हर कोई सताता है,
मरने पर वफादारी के गुण बताता है,
सच्ची मोहब्बत कर लो किसी से
तो यह मनुष्य बेवजह सजा सुनाता है।
हमें भी कुछ करना है
हमारे भी कुछ सपने हैं,
क्यों भूल रहे हो हमें
हम भी तुम्हारे अपने है।
मन में था सच्चाई और अच्छाई का भाव
पर गलत चीज का कर लिया था चुनाव,
बेशक गलती है मेरी पर मत करना हमेशा सदा भेदभाव।
आपकी अच्छाई के लिए हमने
हमारा कोई काम ना किया,
बड़ा दर्द दिया है आपने
जो बेवजह दिल से निकाल दिया।
मैं थोड़ा खामोश क्या हुआ
लोग मुझसे दूर हो गए,
सारे रिश्ते नाते तोड़ दिए
लोग भूलने पर मजबूर हो गए।
बिना गलती के ना कहानियां बनती है
न ही बन पाता है किस्सा,
गलतियाँ तो होती है
हमारी इंसानी जिंदगी का हिस्सा।
कितना भी अच्छा काम क्यों ना करें
लोग अपना काम निकाल भूल जाते हैं,
बड़ी बेदर्दी दुनिया है यह
सारे सिर्फ मतलब के लिए जीते हैं।
एक बात का ध्यान रखना
बदला लेने की नहीं थी मेरी नियत,
काम तो मैंने सही किया था
लेकिन किसी के लिए हो सकता है गलत।
तुम्हारे बिना बढ़ जाती है
जिंदगी में लाखों मजबूरियां,
खुद से ज्यादा प्यार करते हैं तुम्हें
मत रखो हम से ज्यादा दूरियां।
तेरी याद में इस दिल को ही है तड़पना,
पर एक याद रखना
मुझे कभी गलत मत समझना।
शादी ब्याह करने की सोच रहा था
तुमने तो नाता ही तोड़ दिया,
ऐसे तड़पाने की सजा देनी थी
फिर बेवजह यह रिश्ता क्यों जोड़ लिया।
गलतफहमियां मत पाला करो
इससे रिश्ते बिगड़ जाते हैं,
प्रेम और मोहब्बत से बोला करो
जिंदगी में प्यार के रंग छा जाते हैं।
मुझे गलत मत समझना
गलती करता यह दिल नहीं है,
बेवफा तेरा मासूम चेहरा
भूल जाने के काबिल नहीं है।
हम गलत नहीं है
इस बात की खाता हूं कसम,
दूर मत जा मुझसे प्रिय तू
तेरे बिना लड़खड़ा जाएंगे हमारे कदम।
मैं मानता हूं इस बात को
इंसान होता है गलतियों का पुतला,
पर इस बार यह आपकी गलतफहमी है
मैं सिर्फ सही रास्ते की ओर चला।
जिनके लिए हमने
अपनी पूरी दुनिया को त्याग दिया,
आज उन लोगों ने ही हमें भुला दिया।
तेरी चाहत में पागल हुआ
तुझे कराने चाहता था मजा,
वक्त ने बदल दी किस्मत
आज भुगत रहा हूं
बिना गलती की सजा।
अपना काम पूरा हुआ
लोग बदल लेते हैं अपना सफर,
एक-दूसरे को भूल जाते हैं
दिल पर रखकर पत्थर।
हम बोल नहीं रहे
इसका मतलब हम गलत नहीं है,
रिश्तों की अहमियत रख रहे है
हम जानते हैं
हम हमारी जगह सही है।
सही लोगों ने मौन रहना शुरू कर दिया
गलत लोग तय करने लगे जीत हार,
दुनिया रहने के लिए अच्छी जगह होती
अगर इंसान ना करता है इंसान से तकरार।
हमें भी कुछ करना है
हमारे भी कुछ सपने हैं,
क्यों भूल रहे हो हमें
हम भी तुम्हारे अपने है।
आपकी अच्छाई के लिए हमने
हमारा कोई काम ना किया,
बड़ा दर्द दिया है आपने
जो बेवजह दिल से निकाल दिया।
लोग कहते हैं
खुद-ब-खुद मिल जाते हैं दिल
ना पूछी जाती किसी की रजा,
गुनाह बन गया इश्क हमारे लिए
रो रो कर दिल भुगत रहा है सजा।
कितना भी अच्छा काम क्यों ना करें
लोग अपना काम निकाल भूल जाते हैं,
बड़ी बेदर्दी दुनिया है यह
सारे सिर्फ मतलब के लिए जीते हैं।
कुछ और महत्वपूर्ण लेख –