मानसून में सांप द्वारा डसे जाने की घटनाएं बहुत ही अधिक मात्रा में सामने आती है। भारत में हर वर्ष सांप के काटने से 50 हजार से ज़्यादा लोगों की मृत्यु होती है। इनमें से अधिकतर मौतें नाग, करैत, सॉ स्केल्ड वाइपर और रसेल्स वाइपर के काटने से होती है। सांपों के मामले में उम्र और आकार से धोखा नहीं खाना चाहिए। आज हम जानेंगे कि क्या सांप के बच्चे में जहर होता है?
क्या सांप के बच्चे में जहर होता है?
जहरीले सांपों की प्रजाति में उसके बच्चे को कम जहरीला समझना घातक साबित हो सकता है। नन्हे सांपों में इतना जहर होता है कि किसी भी इंसान की मृत्यु हो जाए। नन्हे सांप अंडे से जहर के साथ बाहर आते हैं। नन्हे सांपों में इतना जहर होता है कि वे अपनी ही प्रजाति के बड़े सांपो को पीछे छोड़ देते हैं। अंडे से बाहर निकलते ही नन्हे सांपों के दांत डसने के लिए तैयार होते हैं। इसे प्रकृति की नजर से देखा जाये तो सांपों को अंडे से बाहर आते ही स्वयं की रक्षा करनी होती है, दूसरे पशुओं की तरह इन्हे माता-पिता की सुरक्षा नहीं मिलती।
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