भारत देश एक मात्र ऐसा देश होगा जहां नदियों को भी देवी का दर्जा दिया गया है और उनकी पूजा कि जाती है। भारत में कई नदियाँ है जो मानव और जीवो सभी के लिए आवश्यक है तथा हमें जल जैसी सबसे महत्वपूर्ण चीज देने का काम करती है। नदियाँ अपने निश्चित स्थान से निकल कर समुद्र में या किसी सहायक नदी में जा कर मिल जाती है। एक नदी हजारो किलोमीटर का सफर करती है और इस बीच कई शहरो जंगलो से हो आकर गुजरती है और वहां के रहवासियों को लाभ पहुचाती है।
नदियों से केवल पानी की आपूर्ति नहीं होती है यह अन्य और भी कई तरह के लाभ पहुचाती है जिसमे मुख्य रूप से सिंचाई, बांध बना कर बिजली का उत्पादन, मछली उत्पादन हो पाता है, धार्मिक मान्यताएं होती है, मनोरंजन और पर्यटन में भी नदी उपयोगी है। नदी के किनारे लोग नहाते हैं, कपड़े धोते हैं, पशुओ को नहलाते हैं और मानवों के अलावा जंगली पशु पक्षी भी पानी की आपूर्ति नदियों से ही कर लेते हैं।
भारत में अनेक नदियाँ है जो लम्बा सफर कर समुद्र में जा कर मिल जाती है, पर क्या आप जानते हैं कि भारत की कोइंसी नदी सबसे ज्यादा लम्बा सफर करती है यानिकी सबसे लम्बी नदी है, यदि नहीं तो आज आप जान जाएँगे कि भारत की सबसे लम्बी नदी कौनसी है?
भारत की सबसे लम्बी नदी कौनसी है?
भारत की सबसे लम्बी नदी का नाम गंगा नदी है. जो 2510 km लम्बी है जो गोत्री ग्लेशियर से निकलती है तथा बंगाल की खाड़ी में विलीन हो जाती है, गंगा नदी जहाँ से निकलती है इसे गौमुख के नाम से जाना जाता है और यह 3140 मीटर कि ऊंचाई पर स्थित है। यह हिंदुस्तान की सबसे पवित्र नदी मानी जाती है और इस नदी में स्नान करने से सारे पाप धुल जाते हैं।
इस नदी की पूजा, आरती काफी विशाल रूप से की जाती है जिसमे हजारों लोग शामिल होते हैं। कहा जाता है कि महान राजा भगीरथ गंगा नदी को अपने पूर्वजों को मुक्ति प्रदान करने के लिए स्वर्ग से पृथ्वी तक लाये है। यह नदी उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में बहती है।
इसके अलावा भारत में गोदावरी- 1465 किमी , कृष्णा- 1400 किमी , यमुना- 1376 किमी , नर्मदा- 1312 किमी का सफर करती है।
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