गलतियां करना इंसान की फ़ितरत है और बिना गलती किये कोई इंसान रह ही नहीं सकता। या फिर कह सकते हैं कि इंसान गलतियों का ही एक पुतला है। चाहे वह कितना ही कुछ क्यों न करले, कोई न कोई गलती तो उससे हो ही जाती है। हम बहुत सी बार गलतियां कर देते हैं और फिर हमें बाद में उसके लिए पछतावा होता है। तो ऐसे में हमें माफ़ी मांग कर अपने मन को हल्का कर लेना चाहिए ताकि हमारा रिश्ता भी बचा रहे और गिल्ट भी कम हो जाए। एक बात गांठ बांधलो दोस्त, कि हर कोई गलती करता है, जाने-अनजाने में हर किसी से गलती हो ही जाती है पर गलती करने के बाद माफ़ी मांग लेने से बहुत कुछ सुधर सकता है। अगर आप भी गलती की माफी माँगना चाहते हैं और इसके लिए गलती की माफी शायरी, माफ़ी संदेश, Sorry Quotes, गलती की माफ़ी पर 2 लाइन (Mafi Shayari in Hindi) की तलाश में है तो इस लेख में आपको बहुत सी शायरियां मिल जाएंगी।
आज मैंने खुद से एक वादा किया है, माफी मांगूंगा तुझसे तुझे रुसवा किया है, हर मोड़ पर रहूँगा तेरे साथ साथ, अनजाने में मैंने तुझको बहुत दर्द दिया है !
हो सकता है हमने आपको कभी रुला दिया, आपने तो दुनिया के कहने पे हमें भुला दिया, हम तो वैसे भी अकेले थे इस दुनिया में, क्या हुआ अगर आपने एहसास दिला दिया
तरस गए हम कुछ सुनने को तेरे लब से, प्यार की बात ना सही कोई शिकायत ही कर दो ! छोटी छोटी बातों पर नाराज मत हुआ करो, अगर गलती हो जाए तो माफ़ कर दिया करो ! I am Sorry
इस कदर हमसे रूठ ना जाइये, माना गलती हुई हैं हमसे, अब माफ़ भी कर दो !
बहुत उदास है कोई शख्स तेरे जाने से, हो सके तो लौट के आजा किसी बहाने से, तू लाख खफा हो पर एक बार तो देख ले, कोई बिखर गया है तेरे रूठ जाने से।
माफी मांगने की शायरी
खफा होने से पहले खता बता देना, रुलाने से पहले हँसना सिखा देना, अगर जाना हो कभी हम से दूर आप को, तो पहले बिना सांस लिए जीना सिखा देना।
नाराज क्यूँ होते हो किस बात पे हो रूठे, अच्छा चलो ये माना तुम सच्चे हम ही झूठे, कब तक छुपाओगे तुम हमसे हो प्यार करते, गुस्से का है बहाना दिल में हो हम पे मरते ।
रिश्तों में दूरियां तो आती-जाती रहती हैं, फिर भी दोस्ती दिलो को मिला देती है, वो दोस्ती ही क्या जिसमे नाराजगी न हो, पर सच्ची दोस्ती दोस्तों को मना ही लेती है !
गलती की है तो माफ़ कर दो, मगर यूँ नजर अंदाज न करो !
जानती हूं हर समस्या का हल माफी ही है, लेकिन हर बार माफी ही मांगू कभी, माफ करने का भी मौका दो !
सॉरी शायरी (Mafi Shayari in Hindi)
चलो अब हम भी मोहब्बत करें, गलती आप करना, माफ़ी हम मांग लेंगे
अहंकार दिखाके किसी रिश्ते को तोड़ने से अच्छा है,कि माफ़ी मांगकर वो रिश्ता निभाया जाये।
तुम हँसते हो मुझे हँसाने के लिए, तुम रोते हो तो मुझे रुलाने के लिए, तुम एक बार रूठ कर तो देखो, मर जायेंगे तुम्हें मनाने के लिए।
दिल उदास हैं तेरे चले जाने से, हो सके तो मुसाफ़िर तू लौट आ, तेरे क़दमों में सर झुकाये खड़े हैं हम, तू बस एक बार सजा तो सुना जा !
Best Mafi Shayari in Hindi
दिल से तेरी याद को जुदा तो नहीं किया, रखा जो तुझे याद कुछ बुरा तो नहीं किया, हम से तू नाराज़ हैं किस लिये बता जरा, हमने कभी तुझे खफा तो नहीं किया।
निकला करो इधर से भी होकर कभी कभी, आया करो हमारे भी घर पर कभी कभी, माना कि रूठ जाना यूँ आदत है आप की, लगते मगर हैं अच्छे ये तेवर कभी कभी
Mafi Shayari In Hindi
एक गलतफ़हमी में एक गलती हुई है किसी ने कहा था,, गलती हो तो माफ़ी जरूर मांग लेना
अक्सर नफ़रत हो जाती है, उस गुरूर में, की गलती भी हो पर माफ़ी नहीं मांगेंगे
नशा हुआ इश्क़ का कुछ ऐसा, यादें दिमाग से भी साफ़ कर दो,, दिल पर पत्थर रखा, हमेशा कहा अब हमें माफ़ कर दो
तुमने दर्द दिए हम खामोश हो गए थे तुम्हारे इश्क में हम मदहोश हो गए , थे हम माफ़ी मांगने को तरसते रहे, हमेशा और आप अपनी ही गलती पर हम पर बरसते रहे
Mafi Shayari in Hindi
नहीं मांगते आपसे माफी हम,, तुम्हारी गुस्से वाली नज़रें हमें बहुत पसंद हैं
गुस्से में होती हो तो लाज़वाब लगती हो, माफ़ी मांगने का अब मन नहीं करता
आपने इश्क किया इतना काफ़ी है,, फ़िलहाल की गलती पर आपसे माफ़ी है मत होना, हमसे कभी ख़फ़ा, बर्दास्त की हदें पार करना इतना काफ़ी है
कहा सुना जो भी हो माफ़ करना कुछ वादे किये ना निभाए हों तो माफ़ करना कुछ बातें जो हम दोनों के बिच हवी उन में कुछ भला बुरा हुवा हो तो माफ़ करना
तेरे मिज़ाज के सोंच में ढाल भी सकता था वो जल्दबाजी में खफा हो के चल दिया वरना नतीजे का कोई हल निकल भी सकता था तमाम उम्र तेरा मुताज़िर रहा मोहसिन ये और बात थी के वो रास्ता बदल भी सकता था
खता की थी इश्क़ की कहाँ मिलती माफ़ी है, ना पूछो हाल-ए-दिल ज़िंदा हूँ बस यही काफी है।
Mafi Shayari in Hindi
बस एक माफ़ी तौबा कभी जो इससे सताए तुम को लो हाथ जुड़े लो कान पकडे अब और कैसे मनाये तुमको तुम्हारे आते ही इस नगर से हमें तानाफत सी हो गई में शरारत भी कैसे सह लो के छोड़ रही है हवाएँ भी तुमको
उसके प्यार में कुछ इस तरह गिड़गिड़ाता रहा,, मैं माफ़ी मांगता रहा,, वो मेरा मज़ाक उड़ाता रहा
यह कैसा दौर है, अहंकार का,, खील से टूट कर गिरे आईने टूट गए उसने माफ़ी नहीं मांगी तो सारे रिश्ते टूट गए.
ऐसे खामोश न हो तुम, जो दोगे सजा जो भी होगी कबूल हमें ।
क्या आप भी बात बात पर रूठ जाते हो,, क्या आप भी कांच की तरह टूट जाते हो तेरी गलती पर भी मांगी है माफी मैंने, क्यूं तन्हा करके हमें लूट रही हो
धड़कन बनके जो दिल में समा गए हैं, हर एक पल उनकी याद में बिताते हैं, आंसू निकल आये जब वो याद आ गए, जान निकल जाती है जब वो रूठ जाते हैं।
मोहब्बत हुई कुछ ऐसी,, उसके चर्चे बेमिसाल है,, आप इश्क़ की बात करते हैं, हम माफी के लिए हलाल हैं
माना की करता हूँ गलतियां पर प्यार भी तो तुम ही से करता हूँ। मान भी जाओ अब तो, कि दुनिया में सबसे ज्यादा मैं तेरे रूठने से ही डरता हूँ।
खता हो गई हो तो सजा भी सुना दो दिल में इतना दर्द क्यू है वजह भी बता दो देर हो गई याद करने में ज़रूर लेकिन तुमको भुला देंगे ये ख्याल दिल से निकाल दो
हम रूठे भी तो किसके भरोसे रूठें, कौन है जो आयेगा हमें मनाने के लिए, हो सकता है तरस आ भी जाये आपको, पर दिल कहाँ से लायें आपसे रूठ जाने के लिये।
मेरी गलती का कुछ इस तरह एहसास दिलाना मैं माफी मांगता रहूं,, तुम इग्नोर करके चले जाना
यू न रहो तुम हमसे ख़फ़ा,माफ़ कर दो हमको ज़रा, गलती किये है मानते है हम,उस गलती की न दो ऐसी सज़ा।
खता हो गयी.तो फिर सजा सुना दो दिल में इतना दर्द क्यों है वजह बता दो देर हो गयी.है याद करने में जरूर लेकिन तुमको भुला देंगे ये ख्याल दिल से मिटा दो
तुम खफा हो गए तो कोई खुशी ना रहेगी, तुम्हारे बिना चिरागों में रौशनी ना रहेगी, क्या कहें क्या गुजरेगी दिल पर ऐ दोस्त, जिंदा तो रहेंगे लेकिन जिंदगी ना रहेगी !