मुहावरे की हमारी इस सीरीज़ में आज हम आपके लिए लाये हैं पौ बारह होना मुहावरे का अर्थ और वाक्यों में प्रयोग।
पौ बारह होना मुहावरे का अर्थ
पौ बारह होना मुहावरे का अर्थ होता है – अत्यधिक लाभ प्राप्त होना।
ज्ञानग्रंथ का WhatsApp Channel ज्वाइन करिये!वाक्यों में प्रयोग
- सुनो राकेश अगर तुम विक्रम के साथ काम करोगे तो तुम्हारे पौ बाहर हो जाएगे।
- संदीप जी तो न जाने आजकल क्या करते है उनके पौ बाहर हो रहे है।
- जबसे आकाश ने यह काम किया है तब से आकाश के पौ बाहर हो रहे है।
- कोरोना काल मे हॉस्पिटल वालो के पौ बाहर हो गए ।
- श्रद्धा को नौकरी मिलते ही उसके पौ बारह हो गए।
- जब से शुभम ने ऑनलाइन काम शुरू किया है शुभम के तो पौ बारह हो गए हैं।
- विकास ने एम.बी. ए. करके पिता की कंपनी को अपने तरीके से चलाया तो उसके पौ बारह हो गए।
- आजकल तो हर व्यापारियों के ही तो पौ बारह हैं।
- अगर विनोद तुम मेरी टीम में आ जाओ तो मैं तुम्हारे पौ बारह कर दूंगा
- सुना है हमारा छोटू MBA करने मुंबई जा रहा है अब तो उसके पौ बारह होंगे
- कोरोना काल में सामान्य दुकानें बंद रहती है उसी समय फार्मेसी चलाने वालों के तो पौ बारह हो जाते हैं
- चेतन की लड़की मुंबई नौकरी कर रही है उनके गरीबी के दिन जाने वाले हैं और पौ बारह होने वाले हैं।
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