प्राथमिक रंग को मूल रंग भी कहा जाता है, क्या आप जानते हैं कि प्राथमिक रंग कितने होते हैं? अगर नहीं तो इस लेख को जरुर पढ़े।
प्राथमिक रंग कितने होते हैं?
प्राथमिक रंग किसी भी प्रकार के दुसरे रंग के मिश्रण से नहीं बनते हैं बल्कि इनके मिश्रण से दुसरे रंग बनाए जाते हैं, मूल रूप से 3 प्राथमिक रंग होते हैं – लाल, हरा और नीला।
अगर प्रमुख 7 रंगो को समान अनुपात में मिलाया जाए तो सफेद रंग बनता है, प्रकाश सात रंगो से मिल कर बनता है यह “बैंगनी, नीला, आसमानी, हरा, पीला, नारंगी, लाल” होते हैं।
एक शौध में यह सिद्ध हो चुका है कि प्रकाश में सात रंग होते हैं, अगर हम एक प्रिज़्म से प्रकाश को गुजारते हैं तो सामने किसी आधार पर हम सात रंगो को अलग-अलग देख सकते हैं। यह रंग लाल, नारंगी, पीला, हरा, आसमानी, नीला तथा बैंगनी हैं।
प्राथमिक रंग की परिभाषा
प्रकाश के वे रंग जो किन्ही अन्य रंगों के मिश्रण के द्वारा प्राप्त नहीं किये जा सकते हैं तथा जो अपने आप में स्वतंत्र होते हैं, वह प्राथमिक रंग या मूल रंग कहलाते हैं।
प्रकाश के 3 प्राथमिक रंग
- लाल (RED)
- हरा (GREEN)
- नीला (BLUE)
द्वितीयक रंग किसे कहते हैं?
द्वितीयक रंग प्राथमिक रंगो के मिश्रण से बनते हैं। इनकी संख्या तीन होती है उनके नाम पीला, मेजेंटा, सियान है।
- लाल + नीला = रानी या मेजेंट
- हरा + लाल = पीला
- हरा + नीला = सियान
पूरक रंग किसे कहते हैं?
एक प्राथमिक जैसे की नीला एवं पीला एक दूसरे के पूरक है क्योंकि इन दोनों को मिलाने से श्वेत प्रकाश प्राप्त होता है।
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