आज का प्रश्न हैं कि रंगोली का महत्व क्या है?
घरों के बाहर या मन्दिरों में अस्थाई चित्र जो बारीक़ रंगीन चूर्ण से बनाएं जाते हैं वह रंगोली कहलाती है।
रंगोली का महत्व क्या है?
रंगोली विभिन्न रंगों को मिलाकर बनाई गई सुंदर कलाकृति है, जिसे आमतौर पर घर के प्रवेश द्वार या मंदिर में बनाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि जब रंगोली सुंदर ढंग से बनाई जाती है, तो यह माता लक्ष्मी जी को आमंत्रित करती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा लाती है।
भारतीय परंपरा में रंगों का बहुत ही महत्व है और वैज्ञानिक शोध से पता चला है कि इनका मानसिक स्वास्थ्य पर विशेष रूप से सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। आंगन या दरवाजे पर रंगोली बनाना बेहद शुभ माना जाता है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इससे घर में सुख और समृद्धि आती है। दिवाली के दौरान रंगोली का महत्व और भी बढ़ जाता है, जिससे दशहरे से दिवाली तक दैनिक रंगोली बनाने की परंपरा शुरू हो जाती है। हालाकि रंगोली का महत्व इसके सजावटी और धार्मिक पहलुओं से भी अधिक है।
रंगोली के लिए पहले पिसे हुए सूखे या गीले चावल, सिन्दूर, रोली, हल्दी, सूखा आटा और अन्य रंगों का उपयोग किया जाता है। पर अब आधुनिक रंगोली में रासायनिक रंगों का उपयोग भी होता है।
रंगोली बनाते समय उंगली और अंगूठे के संयोजन से ज्ञानमुद्रा बनती है। यह मुद्रा मस्तिष्क की ऊर्जा और गतिविधि को बढ़ाने के अलावा, बौद्धिक विकास को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह एक्यूप्रेशर की तरह काम करता है, एक्यूप्रेशर के अलावा यह मुद्रा आपके स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक फायदेमंद है क्योंकि यह उच्च रक्तचाप को ठीक करती है तथा मानसिक और आध्यात्मिक शांति को बढ़ावा देती है।
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