आज आप जानेंगे कि रक्त के तरल भाग को क्या कहते हैं?
रक्त के तरल भाग को क्या कहते हैं?
रक्त के तरल भाग को प्लाज्मा कहा जाता हैं। इसका रंग पीला होता हैं, हमारे शरीर में मौजूद रक्त का 55% प्लाज्मा ही होता है, जिसमे अधिकतर पानी ही होता है, प्लाज्मा में प्रोटीन, इलेक्ट्रोलाइट्स, हार्मोन, पोषक तत्व और अपशिष्ट उत्पाद होते हैं जो कोशिकाओं तथा उतकों को काम करने में सहायक होते हैं।
रक्त नसों के द्वारा शरीर के हर हिस्से तक पहुचता हैं जो सफेद रक्त कोशिकाओं, प्लेटलेट्स और प्लाज्मा सहित कई अलग-अलग कई चीजों से बनता हैं। जिसमे लाल रक्त कोशिकाएं ऑक्सीजन को उतकों तक पहुचती है और सफेद रक्त कोशिकाएं संक्रमण और बीमारी से लड़ने में सहायता प्रदान करती है। खून में प्लेटलेट्स भी होती है जो रक्तस्राव को रोकने, तथा पोषक तत्वों को शरीर के हिस्सों तक पहुचाता हैं। रक्त का मुख्य काम कोशिकाओं को ऑक्सीजन और पोषक तत्व पहुचाना है।
रक्त को अलग से निर्मित करना असम्भव हैं इसीलिए रक्तदान को बढ़ाना दिया जाता हैं, बहुत से लोगो को लगता है कि रक्त दान करने से बीमारी हो सकती हैं पर यह असत्य है। बस आपको इस बात का ध्यान रखना है कि आपको रक्त सम्बन्धित बीमारी न हो, 471 एमएल से ज्यादा रक्तदान न करे और तीन माह में केवल एक बार ही रक्त करें इससे अधिक नही। आप हर तीन माह बाद रक्त दान कर सकते हैं।
FAQs
चार रक्त समूह होते हैं ए, बी, एबी और ओ।
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