शेर को संस्कृत में क्या कहते हैं?

शेर को संस्कृत में क्या कहते हैं?

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By Shubham Jadhav

शेर जंगल का राजा कहलाता है क्योकि यह बहुत ही शक्तिशाली जानवर है, यह एक बड़ी बिल्ली के समान होता है जो बहुत ही तेज आवाज में दहाड़ता है। इनका आकार भी बड़ा होता है जो आसानी से हिरन, गाय, भेंस का शिकार कर सकता है। यह समूह में रहना पसंद करते हैं इनके समूह में 30 शेर भी हो सकते हैं, यह मांसाहारी जानवर है परन्तु यह पाचन को सुधारने के लिए कभी कभी घास खाते हुए भी देखे गये हैं। एक सामान्य शेर का वजन 180 से 190 किलोग्राम भी हो सकता है, इनकी आखें रात के समय भी अच्छे से देख सकने में कारगर होती है जिस कारण ये रात में भी शिकार कर सकते हैं। दुनिया में, भारत में शेरों की सबसे बड़ी संख्या है जो गुजरात के गिर जंगल में पायें जाते है। आगे हम जानेंगे कि शेर को संस्कृत में क्या कहते हैं?

शेर को संस्कृत में क्या कहते हैं?

शेर को संस्कृत में सिंह कहते हैं। नर शेर की गर्दन पर बहुत से बाल होते हैं तथा मादा को यह बाल नही होते हैं जो इनके लिंग की पहचान है।

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