हिन्दू धर्म में सूर्य ग्रहण हो ले कर कई मान्यताएं है, इस दिन उन्हें कई काम को करने से बचने के लिए कहा गया है। इस समय इस ग्रहण का असर सभी राशियों पर होता है तथा ख़ास कर गर्भवती महिलाओ को इस समय बहुत सावधानी रखती होती है क्योंकि अगर महिला सूर्य ग्रहण के समय कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान नही रखेगी तो इसका सीधा असर उनकी कोख में पल रहे बच्चे पर होगा जिसके परिणाम नकारात्मक होते हैं। धार्मिक मान्यताओं के हिसाब से ग्रहण को अशुभ माना जाता है। इस दिन बहुत से कामों की मनाही होती है और गर्भवती महिलाओ को भी बहुत सी बातों का ध्यान रखने के लिए कहा गया है। आइये जानते हैं सूर्य ग्रहण में गर्भवती महिला को क्या करना चाहिए और किन किन कामो को करने से बचना चाहिए।
सूर्य ग्रहण में गर्भवती महिला को क्या करना चाहिए
घर में ही रहें
गर्भवती महिला को भूल कर भी सूर्य ग्रहण के दिन घर से बाहर नही निकलना चाहिए वरना सूर्य से आने वाली किरणे गर्भ में पल रहें बच्चे पर बुरा असर डाल सकती है। क्योंकि इस समय सूर्य से आने वाली किरणें हानिकारक मानी जाती है।
ज्ञानग्रंथ का WhatsApp Channel ज्वाइन करिये!सिलाई-कढ़ाई करने से बचें
सूर्य ग्रहण के दिन किसी भी गर्भवती महिलाओं को सिलाई-कढ़ाई नही करना चाहिए। वरना इसका प्रभाव उसके बच्चे और स्वयं मां दोनों पर हो सकता है और इसके नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं। यहा तक की चाकू का प्रयोग भी नही करना चाहिए।
सूर्य को देखने की कोशिश ना करें
माना जाता है कि सूर्य ग्रहण के दिन सूरज से आने वाली किरणें ज्यादा तीक्ष्ण होती हैं। जिसे देखने से आंखों पर बुरा असर पड़ सकता है। इसलिए ग्रहण के समय ख़ास तरह के चश्मे पहने जाते हैं तथा गर्भवती महिलाओं को सूरज के ग्रहण को बिल्कुल भी नहीं देखना चाहिए।
अवश्य करें स्नान
ग्रहण के खत्म होते ही गर्भवती महिला को स्नान करना चाहिए क्योकि ऐसा करने से सूर्य की किरणों के द्वारा जो नकारात्मक प्रभाव पड़ता है वो खत्म हो जाता है।
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