जैसा की हम जानते है की हमारी पृथ्वी गोल आकर की है पर पूर्णतः गोल नहीं है थोड़ी सी चपटी है । पृथ्वी पर किसी स्थान को या दो स्थानों के बीच की दूरी को अक्षांश एवं देशांतर रेखाओं के द्वारा चिन्हित किया जाता है । ये रेखाए बहुत उपयोग में आती है परन्तु वैसे तो ये काल्पनिक रेखाएँ है। उत्तरी ध्रुव से दक्षिणी ध्रुव को जोड़ने वाली काल्पनिक रेखाएँ देशांतर रेखाएँ कहलाती हैं। क्या आप जानते है की अक्षांश और देशांतर क्या है? भारत का सबसे पूर्वी देशांतर कौन सा है? ( Bharat Ka Sabse Purvi Deshantar Kaun Sa Hai ) अगर नहीं तो इस पोस्ट को पूरा पढ़ियेगा।
अक्षांश और देशांतर रेखा किसे कहते हैं
सरल भाषा में कहे तो उत्तरी ध्रुव से दक्षिणी ध्रुव को मिलाने वाली काल्पनिक रेखाएं देशांतर कहलाती हैं। देशांतर रेखाओं की संख्या 360 है और ये रेखाएं आपस में समानांतर नहीं होती है। ग्लोब पर पश्चिम से पूर्व की ओर खींची गई काल्पनिक रेखाओं को अक्षांस कहते है। अक्षांस रेखाओं की संख्या 180 है।

अक्षांश और देशांतर रेखाओं का महत्व
भूमध्यरेखा से किसी भी स्थान की उत्तरी अथवा दक्षिणी ध्रुव की ओर की कोणीय दूरी को अक्षांश कहते है।। भूमध्यरेखा को 0°’ की अक्षांश रेखा खा जाता है। पृथ्वी के तल पर के किसी भी देश या शहर की स्थिति का निर्धारण उस स्थान के अक्षांश और देशांतर के द्वारा ही किया जाता है।
Bharat Ka Sabse Purvi Deshantar Kaun Sa Hai – भारत का सबसे पूर्वी देशांतर कौन सा है?
भारत का सबसे पूर्वी देशांतर 97°25′ है। पूर्वी देशान्तर को E और पश्चिमी देशान्तरों को W द्वारा वर्णित किया जाता है| दो देशान्तरों के बीच 4 मिनट का अंतर होता है। पृथ्वी 1° देशांतर घूमने मे 4 मिनट लगाती है |
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