भारत में प्रकृति से जुड़े सोंदर्य को देखने के लिए बहुत लोग भारत में मोजूद झीलों को देखना भी पसंद करते है। भारत में प्राक्रतिक सोंदर्य को देखने के लिए मुख्यतः पहाड़, नदी, झरने एवं झीलों को चुना जाता है लोग इन जगहों पर जाना पसंद करते है। आज हम आपको भारत की सबसे बड़ी झील के बारे में बताएंगे।
भारत की सबसे बड़ी झील कौनसी है ?
चिल्का झील भारत की सबसे बड़ी झील मानी जाती है। यह झील उड़ीसा प्रदेश के समुद्री और प्रवाही जल से बनी है। यह विश्व की दूसरी बड़ी झील भी मानी जाती है। इसकी चौड़ाई करीब 30 किमी है और लम्बाई 70 किमी तक है। यह 1,165 किमी स्केवयर में फैली हुई इस झील का पानी खरा है और इसकी औसत गहराई 3 मीटर है। इस झील में करिबन 3,560 किमी क्षेत्र में पानी ठहराया जा सकता है। इस झील में 200 से अधिक मछलियों की प्रजाति पाई जाती है और बहुत से छोटे-छोटे मनोरम द्वीप भी हैं।
चिल्का झील का निर्माण कैसे हुआ ?
इस झील का निर्माण महानदी द्वारा लायी गयी मिट्टी से हुआ है। मिट्टी के जमा होने से यह झील के रूप में समुद्र से अलग हो गई। वर्षा ऋतु के दौरान इस जल का पानी मीठा होता है पर दिसंबर से जून तक इसका पानी खारा होता है।
चिल्का झील में कौन सी प्रजातियां पाई जाती है ?
चिल्का झील की खाड़ी में लगभग 160 पक्षियों की प्रजातियां पायी जाती हैं। यहाँ पर बहुत दूर-दूर से पक्षी उड़ कर आतें है जिनमे कैस्पियन सागर, बैकाल झील, अरल सागर और रूस, मंगोलिया, लद्दाख, मध्य एशिया आदि क्षेत्र शामिल हैं। ज्यादार पक्षी बहुत लम्बा सफर तय करते हैं जिनमे प्रवासी पक्षी लगभग 12000 किमी की दूरी तय करता है।
चिल्का झील कौन-कौन से जीव जंतुओं का निवास स्थल है ?
चिल्का झील के सर्वेक्षण के दौरान यह पता चला की यहाँ 45% पक्षी भूमि है, 32% जलपक्षी और 23% बगुले हैं। यहाँ 14 प्रकार के रैपटर भी पाए जातें हैं। लगभग 155 संकटग्रस्त व रेयर इरावती डॉल्फ़िनें भी यहीं पायी जाती हैं। इस झील में 37 प्रकार के सरीसृप और उभयचर पाए जाते हैं।
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