तीन देव ब्रह्मा, विष्णु और महेश मेसे इस धरती पर केवल दो देवताओ की ही पूजा की जाती है, पुष्कर के अलावा कही भी ब्रह्मा जी की पूजा नही की जाती है पर क्या आप जानते हैं कि ब्रह्मा जी की पूजा क्यों नहीं होती है? अगर नही तो इस लेख में इस प्रश्न का उत्तर दिया गया है इस लेख को अंत तक जरुर पढ़े।
ब्रह्मा जी की पूजा क्यों नहीं होती है?
पूरी पृथ्वी पर ब्रह्मा जी का केवल एक मंदिर ही है और संसार में कोई भी ब्रह्मा जी की पूजा नही करता है इसका कारण है उन्हें मिला हुआ श्राप, जी हाँ! इस संसार के रचियता ब्रह्मा जी को ऐसा श्राप मिला है कि इस संसार में उनकी कोई पूजा नही करेगा। इस घटना के पीछे एक कथा है जो कुछ इस प्रकार है-
एक बार ब्रह्मा जी पृथ्वी के कल्याण के लिए पुष्कर में यज्ञ करने के लिए पहुचे, इस यज्ञ में ब्रह्मा जी और उनकी पत्नी सावित्री की उपस्तिथि जरुरी थी क्योकि बिना पत्नी के यह यज्ञ सफल नही होता पर देवी सावित्री यज्ञ स्थल पर नही पहुचे, कोई नही जानता था उन्हें कितना समय लगेगा और यज्ञ के समय का मुहूर्त बीतता जा रहा था, यह सब देख ब्रह्मा जी ने नंदिनी गाय के मुख से देवी गायत्री को प्रकट किया और उनसे विवाह कर यज्ञ सम्पन्न किया।
यज्ञ सम्पन्न होते ही माता सावित्री वहा आ पहुची और ब्रह्मा जी के पास परायी स्त्री को बैठा देख क्रोधित हो कर ब्रह्मा जी को श्राप दे दिया कि इस संसार के रचियता यानिकी आप की पूजा ही इस संसार में कोई नही करेगा, जिस कारण आज ब्रह्मा जी की पूजा केवल पुष्कर में ही होती है क्योकि क्रोध शांत होने पर सावित्री माता में उनके श्राप को वापिस ले लिया पर पूर्ण रूप से श्राप का वापस होना संभव नही था जिस कारण केवल पुष्कर में ब्रह्मा जी की पूजा होती है।
FAQs
ब्रह्मा जी की पूजा उनको मिले एक श्राप की वजह से नही की जाती है।
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