सवालों के जवाब जानना हर किसी को पसंद होता है, चाहे सवाल किताब का हो या मन में किसी कारण से आया हो उसी प्रकार एक सवाल अधिकांश लोगो के दिमाग आता है वो है की यह डेल्टा क्या होता है ? आज हम डेल्टा के बारे में जानने जा रहे है कि डेल्टा किसे कहते हैं (Delta Kise Kahate Hain), डेल्टा कैसे बनता है और डेल्टा से जुडी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां ।
डेल्टा किसे कहते हैं – Delta Kise Kahate Hain?
नदी जब समुद्र या किसी झील में मिलती है तो उस मुहाने पर नदी बहा कर लाये गये अवसाद, रेट और गारद से डेल्टा का निर्माण होता है । हर नदी डेल्टा नही बनाती है । डेल्टा का आकार त्रिभुजाकार होता है । मुहाने पर नदी का बहाव काफी कम हो जाता है जिससे की साथ में बहा कर लाये गयें अवसाद के जमाव के कारण डेल्टा निर्मित हो जाता है। जिस डेल्टा का आकार छोटा होता है उन्हें रोधिका कहा जाता है । डेल्टा को तीन भागो में बाता गया है पहला उपरी डेल्टा, दुसरा निचला डेल्टा और तीसरा जलीय डेल्टा ।
ज्ञानग्रंथ का WhatsApp Channel ज्वाइन करिये!डेल्टा के प्रकार
- छापकर डेल्टा
- पक्षीपाद डेल्टा
- ज्वार नद या एश्चुरी डेल्टा
- परित्यक्त डेल्टा या Abondoned delta
- लेकूस्ट्राइन डेल्टा
डेल्टा के फायदे
- डेल्टा के द्वारा जो मिटटी इकट्ठी होती है वह बहुत ही उपजाऊ होती है इसका उपयोग कृषि के लिए किया जाता है ।
- डेल्टा के द्वारा बजरी की आपूर्ति हो जाती है क्योकि डेल्टा काफी ज्यादा मत्रा में बजरी प्रदान कर देता है ।
- डेल्टा हजारो सालो से मनुष्यों को उपजाऊ क्षेत्र प्रदान करता आ रहा है।
डेल्टा के ख़त्म होने के कारण
डेल्टा द्वारा हमे उपजाऊ मिटटी मिलती है साथ ही रेत और अनेक आवश्यक चीजो की पूर्ति भी डेल्टा से हो जाती है । परन्तु जब हम अपने स्वार्थ के लिए नदियों पर बांध बनाते है तो इससे नदी में पानी की कमी होने लगती है और इसी कारण डेल्टा का आकर भी कम होने लगते है और वे खत्म भी हो सकते है।
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