हिन्दू धर्म में एकादशी को चावल खाना वर्जित है, कहा जाता है कि इस दिन चावल नही खाना चाहिए, क्या आप जानते हैं कि एकादशी को चावल क्यों नहीं खाना चाहिए? अगर नही तो इस लेख को जरुर पढ़े।
एकादशी को चावल क्यों नहीं खाना चाहिए?
एकादशी को बहुत ही पवित्र दिन माना जाता है जो माह में दो बार आती है, इसदिन तामसिक चीजो के साथ साथ चावल खाना भी वर्जित है। यह दिन व्रत तथा पूजा पाठ के लिए उचित माना जाता है कहा जाता है कि इस दिन व्रत रखने से दुखो से राहत मिलती है। पर हमे इस दिन कई प्रकार के नियमो का पालन करना पड़ता है जैसे तामसिक चीजो को ना खाए, चावल ना खाए, गुस्सा ना करें आदि।
हमारा टेलीग्राम चैनल जॉइन करने के लिए क्लिक करेंएकादशी को चावल इसलिए नही खाए जाते हैं क्योकि एक कथा के अनुसार महर्षि मेधा ने स्वयं को माँ शक्ति से बचाने के लिए धरती पर आ कर अपना जीवन त्याग दिया और चावल और जौ के रूप में धरती में जन्म लिया और इस दिन एकादशी थी तथा एकादशी के दिन इनका सेवन करना महर्षि मेधा के खून और रक्त का सेवन करने के समान है।
FAQs
मान्यता है कि एकादशी को चावल खाने से व्यक्ति अगले जन्म में सरीसृप का रूप धारण कर लेता है।
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