समास संक्षेप करने की वह प्रक्रिया है जिसमे दो या दो से अधिक शब्दों का परस्पर सम्बन्ध बताने वाले शब्दों एवं कारक चिह्नों का लोप ज्ञान हो तथा उन दो अथवा दो से अधिक शब्दों के मेल से बने एक स्वतन्त्र शब्द को समास कहा जाता है। आसान भाषा में समझा जाए तो संक्षिप्तिकरण को समास कहते हैं। आगे आप जानेंगे कि नीलकंठ में कौन सा समास है?
नीलकंठ में कौन सा समास है?
नीलकंठ में कर्मधारय समास है, कर्मधारय समास (Oppositional Determinative Compound) का अर्थ है कि जिसका पहला पद विशेषण और दूसरा पद विशेष्य यानिक एक पद उपमान और दूसरा पद उपमेय हो उसे कर्मधारय समास’ कहते हैं।
कर्मधारय समास के उदाहरण
- नीलकमल – नीला है जो कमल
- पुरुषोत्तम – पुरुषों में है जो उत्तम
- परमानंद – परम है जो आनंद
- महावीर – महान है जो वीर
- महापुरुष – महान है जो पुरुष
- प्रधानाध्यापक – प्रधान है जो अध्यापक
- कापुरुष – कायर है जो पुरुष
- भलामानस – भला है जो मानस
- लालटोपी – लाल है जो टोपी
- महाविद्यालय – महान है जो विद्यालय
- अधपका – आधा है जो पका
- महाराज – महान है जो राजा
- पीतांबर – पीत है जो अंबर
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