साबूदाना मोती की तरह दिखने वाला एक सफेद खाद्य पदार्थ है जिसका निर्माण कसवा की जड़ो से होता है, भारत में अधिकतर टेपियोका की जड़ो से भी साबूदाने का निर्माण होता है। भारत में सबसे ज्यादा साबूदाने का उपयोग उपवास के समय होता है इससे खिचड़ी तथा खीर बनाई जाती है। आगे आप जानेंगे कि साबूदाने की तासीर गर्म होती है या ठंडी?
साबूदाने की तासीर गर्म होती है या ठंडी?
साबूदाने की तासीर ठंडी है यह शरीर को फायदा और नुकसान दोनों पहुचाता है। इसकी ठंडी तासीर कई लोगो के लिए फायदेमंद है और कई लोगो के लिए नही। इसमें पोषक तत्व भी पाए जाते हैं जिनसे हमारे शरीर को ऊर्जा भी मिलती है।
साबूदाने के फायदे और नुकसान
साबूदाने से हड्डियाँ मजबूत होती है, यह पेट की समस्याओ से राहत दिलाता है ,मसल्स को ग्रोथ कराने में, वजन नियंत्रित करने तथा पोषक तत्वों की पूर्ति आदि में फायदेमंद है। साबूदाना हमारे शरीर को नुकसान भी पहुचाता है, ज्यादा साबूदाने का सेवन पेट की समस्या मोटापा तथा किडनी स्टोन जैसी समस्याएँ पैदा कर सकता है।
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