सस्पेंड का मतलब क्या होता है? Suspend Meaning in Hindi


जब भी किसी विभाग या किसी दफ्तर में आप किसी नौकरी पर रखे जाते हैं तो वहां अलग-अलग प्रकार के इनाम, बोनस, दंड और कई प्रकार की शब्दावलियों से आप परिचित होते हैं। न केवल सरकारी विभाग अपितु प्राइवेट विभागों में भी इन प्रचलित शब्दावलियों का उपयोग किया जाता है। जिस प्रकार किसी कर्मचारी के द्वारा किये गए किसी अच्छे कार्य हेतु उसे सम्मानित किया जाता है या प्रमोट किया जाता है या फिर उसका वेतन बढ़ाया जाता है, उसी प्रकार से हर दफ्तर में किसी कर्मचारी की कोई गलती होने पर दंड का भी प्रावधान होता है। यह स्कूल के बच्चों जैसा नहीं होता बल्कि दफ्तर के नियमों और शर्तों के अनुसार होता है। आज हम जानेंगे कि सस्पेंड का मतलब (Suspend Meaning in Hindi) क्या होता है?

सस्पेंड का मतलब क्या होता है?

Suspend Meaning in Hindi: सस्पेंड को हिंदी में निलंबित करना बोलते हैं। यह दंड के रूप में किसी दफ्तर के कर्मचारी को उसकी गलती पकड़े जाने पर दिया जाता है। यह दंड किसी व्यक्ति की शिकायत या अपने काम के प्रति लापरवाही करते हुए पकड़े जाने पर दिया जाता है। ऐसी कोई सी भी दशा जिसमें कोई कर्मचारी दोषी साबित हो रहा हो उसमे उस कर्मचारी को निलंबित किया जा सकता है। निलंबित करने का अधिकार दफ्तर के सबसे बड़े अधिकारी को होता है। किसी भी कर्मचारी के निलंबित होने पर उसे अपने कार्य से दूर कर दिया जाता है या सरल भाषा में कहें तो कुछ समय के लिए नौकरी से निकाल दिया जाता है। आरोप यदि सिद्ध न हो और वह अपने पर लगाए आरोपों से बरी हो जाये तो पुनः वह अपने कार्य पर लौट सकता है। लेकिन उसका घर खर्च कैसे चलेगा? तो पढ़िए : सस्पेंड होने पर कितना वेतन मिलता है?

FAQs

सस्पेंड होने के बाद क्या होता है?

सस्पेंड होने के बाद कर्मचारी एक निश्चित समय के लिए काम से निकाल दिया जाता है और उसपर लगाए हुए आरोपों की जांच की जाती है। छोटे-मोटे आरोपों के लिए तो केवल सस्पेंड होना पड़ता है और कुछ समय बाद वह कर्मचारी वापस काम पर लौट जाता है लेकिन यदि उसका अपराध बड़ा हो तो इसकी लम्बे समय तक जांच चलती है और आरोप सिद्ध हो जाने पर उसे नौकरी से बर्खास्त यानी डिसमिस किया जा सकता है।

कुछ और महत्वपूर्ण लेख –

1Shares

Leave a Comment