हिन्दू धर्म में ब्रह्म मुहूर्त का विशेष महत्व है, ब्रह्म मुहर्त में जागने तथा कई कार्य करने से विभिन्न तरह के लाभ मिलते है यदि आप इन लाभों के बारें में नही जानते है तो आपको इस लेख को पूरा पढ़ना चाहिए इसमें आपको ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करने के फायदे तथा ब्रह्म मुहूर्त से जुडी कई तरह कि जानकरियां मिल जाएंगी जो आपको कई तरह से लाभ पंहुचा सकती है।
ब्रह्म मुहूर्त सारांश
ब्रह्म मुहूर्त का समय | सुबह 4 बजे से लेकर 5 बजकर 30 मिनट |
दिन में कुल मुहूर्त | 24 घंटे में 30 मुहूर्त होते हैं। |
ब्रह्म मुहूर्त में जागने का फायदा | स्वास्थ्य सही रहता है |
ब्रह्म मुहूर्त किसे कहते हैं?
सूर्य के उदय होने से डेढ़ घंटे पहले का समय ब्रह्म मुहूर्त कहलाता है, पुरे दिन में कुल 30 मुहूर्त होते है इस के अनुसार एक मुहूर्त में 48 मिनट होते है। इसी के आधार पर सूर्योदय से 2 मुहूर्त पहले का समय ब्रह्म मुहूर्त कहलाता है। ब्रह्म यानिकी भगवान और मुहूर्त यानिकी समय जिससे यह सिद्ध होता है की ब्रह्म मुहूर्त भगवान का समय माना गया है, इसीलिए इस समय में यदि कुछ कार्य किये जाएँ तो वह आपको जरुर लाभ पहुचाते है परन्तु ब्रह्म मुहूर्त में कुछ कार्यो को करने कि मनाही होती है।
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ब्रह्म मुहूर्त में जागने के फायदे
ब्रह्म मुहूर्त में उठने से कई तरह के फायदे हो सकते हैं इसीलिए हमारे ग्रंथो में भी ब्रह्म मुहूर्त में उठने कि बात कही गयी है। प्राचीन काल से ही ऋषि मुनि ब्रह्म मुहूर्त में ही उठा करते है थे जिस कारण वह साधारण व्यक्ति कि तुलना में ज्यादा चेतन रहते थे और प्रभु के सम्पर्क में रहते थे। यदि कोई व्यक्ति ब्रह्म मुहूर्त में उठाता है तो उसका मन शांत रहता है तथा उसे तनाव का सामना नही करना पड़ता है। ब्रह्म मुहूर्त के समय योग करने से शरीर स्वस्थ्य रहता है तथा रोग प्रति रक्षा प्रणाली मजबूत होती है, यह समय ध्यान और प्रार्थना के लिए उत्तम है इसीलिए इस समय भगवान कि पूजा अर्चना करने से भगवन भी प्रसन्न होते है।
ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करने के फायदे
ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करना उत्तम माना गया है क्योकि इस समय उठने और स्नान करने से कई तरह के लाभ होते हैं, इस समय स्नान करने से म शांत रहता है तथा क्रोध और तनाव पर नियंत्रण रहता है, पहले के ऋषि ब्रह्म मुहूर्त में उठ कर स्नान करते थे तथा भगवान कि पूजा में लग जाते थे, वह नहाने के लिए अपने स्थान के समीप स्थित जल कुण्ड या पवित्र नदी का उपयोग करते थे। ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करने से शरीर बिमारियों से बचा रहता है तथा हमारा शरीर स्वस्थ रहता है।
ब्रह्म मुहूर्त में क्या करना चाहिए ?
ब्रह्म मुहूर्त में सबसे पहले नित्य क्रियाओं के बाद स्नान करना चाहिए तथा इसके बाद भगवान कि पूजा प्राम्भ कर देना चाहिए, जो व्यक्ति ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करता है उसके जीवन में सकारात्मकता बनी रहती है तथा भगवान ब्रह्म मुहूर्त में कि कई पूजा को जल्द ही स्वीकार करते है तथा अपने भक्त को हर समस्या से दूर रखते है।
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ब्रह्म मुहूर्त में क्या नही करना चाहिए?
कई इसे काम है जिन्हें ब्रह्म मुहूर्त में नही करना चाहिए जैसे ब्रह्म मुहूर्त में भोजन नही करना चाहिए, ब्रह्म मुहूर्त में सम्बन्ध नही बनाना चाहिए, ब्रह्म मुहूर्त में कभी गुस्सा नही करना चाहिए तथा बुरे और नकारात्मक विचार मन में नही लाना चाहिए। अगर इस समय बुरे विचार मन में आये तो योग आदि का सहारा लेना चाहिए।
FAQs
आपको अख़बार में सूर्योदय का समय दिया जाता है जिसके द्वारा आप ब्रह्म मुहूर्त का समय पता कर सकते है।
ब्रह्म मुहूर्त सुबह का वह समय होता है । इस समय को भारतीय पौराणिक और ज्योतिष शास्त्रों में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।
सुबह 4 बजे से लेकर 5 बजकर 30 मिनट तक ब्रह्म मुहूर्त रहता है।
ब्रह्म मुहूर्त को मान्यता है कि इस समय प्राकृतिक ऊर्जा उच्च होती है और ध्यान, पूजा, योग, और आध्यात्मिक गतिविधियों के लिए अद्वितीय फायदे होते हैं। यह एक सांस्कृतिक और आध्यात्मिक संयम का समय माना जाता है।
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